Indus Water Treaty: पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाते हुए सिंधु जल समझौते के रद्द कर दिया था. जिसके बाद से ही पाकिस्तान में पानी की किल्लत देखने को मिल रही है. पानी के लिए पाकिस्तान विलाप कर रहा है. इसी बीच पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी की गीदड़भभकी देखने को मिली है. उन्होंने कहा है भारत को पानी शेयर करना चाहिए नहीं तो युद्ध करेंगे और सभी 6 नदियों से पानी हासिल करेंगे, इसके अलावा क्या कुछ कहा जानते हैं.
क्या बोले बिलावल भुट्टो
नेशनल असेंबली में बोलते हुए संघीय बजट सत्र में बिलावल ने कहा कि भारत के पास दो विकल्प हैं. या तो भारत पानी को सही तरह से शेयर करे नहीं तो हम हम सभी छह नदियों से पानी लाएंगे. इसके अलावा कहा कि सिंधु जल संधि अब भी लागू है ऐसे में समझौते को स्थगित नहीं किया जा सकता है. साथ ही साथ बिलावल ने कहा कि भारत यह दावा करता है कि सिंधु जल संधि खत्म हो गई है लेकिन ऐसा नहीं है यह अवैध है और ये पाकिस्तान और भारत पर बाध्यकारी है लेकिन पानी रोकने की धमकी ही संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुसार अवैध है. बिलावल ने आगे कहा कि अगर भारत धमकी पर अमल करने का फैसला करता है, तो हमें फिर से युद्ध करना होगा.
अमित शाह ने कही थी ये बात
बता दें कि बीते दिन गृहमंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में कहा था कि पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता निलंबित ही रहेगा. जो पानी राजस्थान के जरिए पाकिस्तान में जा रहा था उसे बांध बनाकर रोक देंगे और पाकिस्तान पूरी तरह से पानी के लिए तरस जाएगा. उनके इस बयान के बाद पाकिस्तान पूरी तरह से बौखलाया हुआ है और गीदड़भभकी कर रहा है.
भारत ने लिया था फैसला
23 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 सैलानियों को मौत की नींद सुला दी थी. जिसके बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने सिंधु नदी प्रणाली के उपयोग को नियंत्रित करने वाली 1960 की सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) को एकतरफा रूप से निलंबित कर दिया था. साथ ही साथ ऑपरेशन सिंदूर के जरिए कई आतंकवादी ठिकानों को तबाह कर दिया था.