Shahbaz Sharif Statement: सीजफायर के बाद पाकिस्तान की तरफ से फिर से किए गए उल्लंघन के बाद शहबाज शरीफ ने राष्ट्र को संबोधित किया और हमेशा की तरह अपनी फौज की झूठी तारीफों में लग गए. शहबाज शरीफ के बयान को देखने के बाद साफ समझ आ रहा था कि वो रिकॉर्डेड वीडियो था और जब वो अपनी फौज, अवाम का शुक्रिया अदा कर रहे थे तब उनके चेहरे पर डर, आंखों में खौफ, माथे पर शिकन और जबान को लड़खड़ाते हुए देखा जा सकता है.
शहबाज शरीफ का भाषण सुनने के बाद ऐसा लगा कि जैसे कि उन्हें टीवी पर मुस्लिम देशों के आगे सिर झुकाने और आर्मी चीफ को खुश करने के लिए भेजा गया था. अपने भाषण के दौरान उन्होंने आर्मी चीफ की जमकर तारीफ की. क्योंकि कुछ ऐसी खबरें भी आ रही थीं कि आर्मी चीफ आसिम मुनीर तख्तापलट भी कर सकते हैं, जैसा कि पाकिस्तान में पहले भी कई बार देखने को मिल चुका है. शहबाज का भाषण सुनकर के बाद साफ नजर आ रहा था कि वो खुद की लिखी हुई नहीं बल्कि पाकिस्तानी फौज की लिखी हुई स्क्रिप्ट पढ़ रहे हैं.
उनके भाषण में दिखाई दिया कि वो अमेरिका, सऊदी अरब, यूएई और तुर्की की जमकर चापलूसी कर रहे हैं. हालांकि हैरानी की बात है कि उन्होंने अपने भाषण में एक बार भी अपने सबसे करीबी मित्र चीन का जिक्र नहीं किया. जबकि सीजफायर के बाद चीन की तरफ से पाकिस्तान का समर्थन करने की बात कही गई थी. शहबाज शरीफ यूं तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री हैं लेकिन आज वो राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान पूरी तरह मजबूर नजर आ रहे थे.
दिलचस्प बात यह है कि तमाम झूठ के बीच शहबाज शरीफ ने आखिरकार यह कबूल किया है कि उन्हें भारतीय फौज के एक्शन से भारी नुकसान हुआ है और लोगों के मारे जाने की बात भी कबूल की है. हालांकि आदत से मजबूर शहबाज ने फिर झूठ बोलते हुआ कहा कि भारत ने अपनी कार्रवाइयों के दौरान मस्जिदों को नुकसान पहुंचाया है, जबकि भारतीय रक्षा मंत्रालय की तरफ से की गई प्रेस कांफ्रेंस में पहले ही बता दिया गया था कि हमने किसी भी मस्जिद को निशाना नहीं बनाया है. कर्नल सोफिया कुरैशी ने अपने भाषण में कहा था कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और हमारी सेना भारत के संवैधानिक मूल्यों का एक सुंदर प्रतिबिंब है.