Pakistan Public Reaction on Yogi Adityanath: ईद से पहले सपने में 'योगी' तो क्या पाकिस्तान में 'भगवा क्रांति' होगी. पाकिस्तान में आखिर यह सवाल क्यों उठ रहा है. असल में इसकी वजह बना है सीएम योगी आदित्यनाथ का एक बयान, जिसमें उन्होंने यूपी के मुसलमानों को सबसे सुरक्षित बताया है. .अब योगी का ये बयान जैसे ही पाकिस्तान पहुंचा तो वहां की 24 करोड़ अवाम योगी-योगी जपने लगी. कहने लगी कि पाकिस्तान को योगी उधार दे दें. अब वे ही मुल्क का उद्धार करेंगे.
ईद से पहले पाकिस्तान क्यों जप रहा योगी-योगी?
अब आपको बताते हैं कि ईद से पहले क्यों पाकिस्तान योगी-योगी जप रहा हैं! पाकिस्तान के लोग क्यों अपनी सरकार से योगी से सीखने की सलाह दे रहे हैं. वे शहबाज के बदले योगी को क्यों मांग रहे हैं. इसकी वजह है सोशल मीडिया में वायरल हो रहा एक वीडियो. करीब 1 मिनट का ये वीडियो मुस्लिम मुल्क सऊदी अरब का बताया जा रहा है.
दावा है कि वीडियो में दिख रहा बुर्कानशी महिला पब्लिक प्लेस पर नमाज़ पढ़ना चाहती थी लेकिन गार्ड्स ने उसे ऐसा करने से मना कर दिया. इसके बावजूद महिला नही मानी. फिर महिला और गार्ड के बीच कहासुनी होने लगी. मामला इतना गरमाया कि महिला ने गार्ड को थप्पड़ मार दिया. इसके बाद इस गार्ड ने भी महिला की बुरी तरह पिटाई कर दी. साथ ही इबादत करने आई महिला को धक्के देकर भगा दिया गया.
अब सवाल ये है कि इस पूरे मामले में योगी और पाकिस्तान की एंट्री कैसे हुई? तो इसका जवाब ये है कि अपने सियासी नफे-नुकसान के चलते भारत के कुछ मुसलमान भी इसी तरह सड़क पर ईद की नमाज अदा करने पर अड़े थे. लेकिन सीएम योगी ने साफ-साफ मना कर दिया कि खुले में नमाज़ नहीं पढ़ने दी जाएगी. जिसके बाद ये मुसलमान विक्टिम कार्ड खेलने लगे. इसके बाद योगी ने ऐसा बयान दिया कि दुश्मन मुल्क पाकिस्तान भी योगी-योगी करने लगा.
यूपी का मुसलमान सबसे ज़्यादा सुरक्षित!
सीएम योगी ने कहा, '100 हिंदू परिवारों के बीच में 1 मुस्लिम परिवार सबसे सुरक्षित रहता है. उसको उसकी परंपरा के अनुसार सारी धार्मिक मान्यताओं या उपासना विधि को पूरी स्वतंत्रता होती है. लेकिन मैं कहता हूं कि 100 परिवारों के बीच में एक हिंदू तो छोड़िए 100 मुस्लिम परिवारों के बीच में 50 हिंदू सुरक्षित रह सकता है क्या. नहीं रह सकता है, अब बांग्लादेश आपके सामने उदाहरण है. पाकिस्तान इसका उदाहरण हैं.'
बस पाकिस्तान का नाम जैसे ही योगी ने लिया. पाकिस्तानियों ने समझ लिया. कहीं योगी पाकिस्तान तो नहीं आने वाले हैं. कहीं उनके भी तो भाग्य नहीं जगने वाले हैं. खैर ये तो रही मज़ाक की बात क्योंकि पाकिस्तानी भी जानते हैं कि योगी जैसा नेता उनके नसीब में नहीं है. इसलिए वो बेचारे योगी जी से सहमति ही जता सकते हैं.
पाकिस्तान की वरिष्ठ पत्रकार आलिया शाह कहती हैं, 'योगी आदित्यनाथ ने ईद पर एक स्टेटमेंट जारी की है और मुझे तो ये स्टेटमेंट बड़ी जबरदस्त लगी. ठीक कह रहे हैं योगी आदित्यनाथ, ऐसा नहीं होता है कि वहां पर वाक्यात नहीं होते हैं. लेकिन डेढ़ अरब की आबादी में अगर एक वाक्या हो गया तो उससे आप तुलना नहीं कर सकते हैं कि दूसरी तरफ 24 करोड़ की आबादी में आए दिन जो होता रहता है. जैसा मैंने कहा हिंदू और क्रिश्चन तो दूर की बात है उनके साथ जो कुछ होता है. जो अहमदी मुस्लिम हैं ना आप उनकी बात कर लें, आप उन्हें ईद मनाने देंगे खुलकर, आप देख रहे हैं कैसे-कैसे वाक्यात हो रहे हैं. वो अपने घर में ईद मनाएंगे छुप-छुपकर.'
शहबाज के बदले मांग रहे योगी आदित्यनाथ
बता दें कि आलिया शाह पाकिस्तान की कोई छोटी-मोटी पत्रकार नहीं है बल्कि फेमस यू-ट्यूबर हैं. अब अगर वो भी पाकिस्तान को बेनकाम कर रही हैं तो समझ लिए पाकिस्तान है ही इसी काबिल. वैसे पिछले 24 घंटे से अकेली आलिया शाह ही योगी-योगी नहीं कर रही हैं बल्कि पाकिस्तान का यूथ भी शहबाज़ के बदले योगी जैसा नेता मांग रहा है. जो हिंदू और मुस्लिम को बराबर तवज्जो देता है.
अजी कालीन भैया....शबाशी वाला काम इन पाकिस्तानियों ने नहीं किया....बल्कि शबासी वाला काम किया है योगी जी ने....वरना ये पाकिस्तानी कहां किसी की तारीफ करने वाले हैं. ये तो खुद को कर्ज देने वाले चीन तक से गद्दारी कर देते हैं....खैर आप तो इन दूसरे भाई साहब को सुनिए...तो योगी की तारीफ में आंकड़े तक लिखकर लाए हैं.
आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ हिंदुस्तान के उन नेताओं में शुमार हैं. जो पाकिस्तान को लेकर बेहद हार्ड लाइन लेते हैं. PoK हो या सिंध प्रांत, गिलगिट-बाल्टिस्तान हो या बलोचिस्तान. योगी वक्त-वक्त पर पाकिस्तान को अपनी डोज़ देते रहते हैं. अभी हाल ही में योगी ने बयान दिया था कि पाकिस्तान अपने आप खत्म हो जाएगा. मजे की बात ये है कि सीएम योगी पाकिस्तान को लेकर कोई बयान दें या यूपी के मुसलमानों को लेकर कोई फैसला लें, पाकिस्तानी टकटकी लगाए उनके बयान देखते हैं.
क्या योगी को झेल पाएगी पाकिस्तान की कट्टर अवाम?
पाकिस्तानी खुद कबूल कर रहे हैं कि योगी जो कहते हैं वो जरूर करते हैं. शायद यही वजह है कि योगी ने जैसे ही सड़क पर नमाज़ पढ़ने वालों के साथ सख़्ती से निपटने की बात कही. पाकिस्तान की कठमुल्ली अवाम में खलबली मच गई. हालांकि कुछ समझदार निकले. जो देर से ही सही समझ गए और कठमुल्ली अवाम को योगी से सीखने नसीहत देने लगे.
आजादी के 78 साल बाद ही सही पाकिस्तान के हुक्मरान और मिलिट्री स्टेब्लिशमेंट को सही बात समझ आ रही है. उन्हें तो वही बात भेजे में घुसती है तो योगी की भाषा में समझाई जाए. खैर हम तो अब भी यही कहेंगे कि अच्छा यही रहेगा कि पाकिस्तानी खुद ही मैटर सुलटा लें. मतलब पाकिस्तान को संभाल लें क्योंकि योगी के लॉ एंड ऑर्डर को झेल पाना पाकिस्तानियों के बूते की बात नहीं है.