Pakistan Trackless Tram: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने दक्षिण एशिया की पहली 'ट्रैकलेस ट्राम' लॉन्च की है. ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की पहली पूरी तरह इलेक्ट्रिक ट्रैकलेस ट्राम सुपर ऑटोनॉमस रैपिड ट्रांजिट (SART) सिस्टम मंगलवार को शुरू किया गया. सीएम मरियम नवाज ने इस जीरो-इमिशन वेहिकल्स की पहली सवारी भी की, लेकिन इंटरनेट पर इस ट्राम को लेकर बहस जारी है. सोशल मीडिया यूजर्स इससे ज्यादा मुतासिर नहीं हुए, और कई लोगों ने कहा कि ये ट्रैकलेस ट्राम असल में बस ही होती है. यानी पाकिस्तानी अवाम ने ही अपनी सरकार की फजीहत कर दी.
मरियम नवाज द्वारा ट्रैकलेस ट्राम शुरू करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, लेकिन ये वीडियो मजाक का सबसे बड़ा कारण बन गया. नवाज द्वारा शेयर किए गए वीडियो के कैप्शन में लिखा था, 'लेडीज़ एंड जेंटलमेन, दक्षिण एशिया की पहली ट्रैकलेस ट्राम जल्द ही लाहौर, पंजाब में मरियम नवाज़ के तहत सेवा शुरू करने जा रही है.' इस वीडियो को सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर 26 लाख से ज्यादा बार देखा गया है, जहां ज्यादातर यूजर्स ने इसे ट्राम नहीं, बल्कि बस करार दिया है.
वीडीयो पर कई यूजर्स ने प्रतिक्रियाएं दीं. एक यूजर ने वीडियो क्लिप के नीचे अपने टिप्पणी में लिखा,' यह एक बस है.' वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा, 'अभी भी मुझे ऐसा कोई फायदा नहीं सूझ रहा है जो यह काल्पनिक ट्राम हमें नियमित बस की तुलना में देती है, सिवाय इसके कि यह मरियम नवाज के फोटोशूट और पीआर वीडियो के लिए अच्छी है.' जबकि, एक एक्स यूजर ने लिखा, 'अहम, दिलाने के लिए. ट्रैकलेस ट्राम जैसी कोई चीज़ नहीं होती.' एक अन्य एक्स यूजर ने चुटकी लेते हुए कहा, 'मुझे यह अच्छा लगता है कि कैसे देश बसों का पुनः आविष्कार करते हैं और उन्हें 'स्वायत्त रेल-रहित परिवहन हाइपरकैरिज' जैसे उच्च तकनीक वाले नाम देते हैं और दलाल खाते इसे खा जाते हैं.'
ट्राम एक सड़क ट्रेन की तरह होती है जो पटरियों पर चलती है, जो आमतौर पर ओवरहेड तारों से बिजली से चलती है, और एक निश्चित ट्रैक पर चलती है. दूसरी तरफ, बस बिना पटरियों के सामान्य सड़कों पर चलती है, आसानी से रूट बदल सकती है, और आमतौर पर डीजल, गैस या बैटरी से चलती है. लिहाजा ट्रैकलेस ट्राम बबुनियादी तौर पर एक बस है, जिसमें ट्राम जैसी डिजाइन और उन्नत तकनीक है.
नोरिंको इंटरनेशनल द्वारा विकसित पाकिस्तान की पूरी तरह से इलेक्ट्रिक, शून्य-उत्सर्जन यानी जीरो इमिशन वाली ट्राम अपने तीन डिब्बों में 320 मुसाफिरों को ले जा सकती है. एक चौथा डिब्बा जोड़कर इसकी क्षमता 400 से ज्यादा मुसफिरों तक बढ़ाई जा सकती है.