Israel Iran War: ट्रंप के ऐलान के साथ ही मिडिल ईस्ट में ईरान की तबाही का काउंटडाउन भी शुरू हो चुका है. इसी बीच, ईरान जंग में 2 ऐसे किरदारों ने एंट्री मारी है. जिसका बाद ट्रंप को दो हफ्ते की मियाद वाली बात कहकर बैकफुट पर आकर अपनी ही बात से यू-टर्न लेना पड़ा. ट्रंप के पलटी मारने से मिडिल ईस्ट के बैटल ग्राउंड का गेम बदल गया है. अमेरिकी प्रेसिडेंट ट्रंप के ईरान पर फौरन हमला करने की बात से पलटने की दो वजहें हैं पहली बड़ी वजह ये कि दावा किया जा रहा है कि खामेनेई की रक्षा के लिए पुतिन और जिनपिंग की जोड़ी जंग में उतर चुकी है.
'वर्ल्ड वॉर' करवाकर मांनेंगे?
चीन ने जंगी जहाजों के साथ विनाशक हथियारों और गोला-बारूद की सप्लाई तक ईरान को कर दी है. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि इजरायल-ईरान की जंग में महाशक्तियों की एंट्री के साथ विश्वयुद्ध का सायरन बज चुका है. क्या खामेनेई के 2 'मददगार'...'वर्ल्ड वॉर' करवाकर मांनेंगे?
दूसरी वजह ये बताई जा रही है कि NATO ने ट्रंप के नॉटी फैसले यानी ईरान पर हमला करने में अमेरिका का साथ देने से इंकार कर दिया.
आंतकिस्तान परेशान
मजे की बात ये कि कथित जंग ईरान में चल रही है और चर्चा पाकिस्तान में हो रही है. पाकिस्तानी हाय दैया कर रहे हैं कि पता नहीं कौन सी मिसाइल रास्ता भटककर पाकिस्तान पर गिर जाए, क्योंकि उनके देश का मिसाइल डिफेंस सिस्टम सही नहीं है.
पाकिस्तान में हाय तौबा
पाकिस्तानी कह रहे हैं कि ईरान से इस्लामिक सल्तनत की छुट्टि होने लगी है. ट्रंप ने फैसला कर लिया है. इजरायल ये जरूर चाहेगा कि अमेरिका इस वॉर के अंदर हिस्सेदार बने. अमेरिका में पावर है. ईरान अकेला दिख रहा है लेकिन ऐसा है नहीं, क्योंकि रूस निगाह बनाए हुए है वो लगातार ईरान को सिग्नल भेज रहा है कि हम तुम्हारे साथ खड़े हैं.
शी जिनपिंग क्या कुछ कहा?
पाकिस्तानी एक्सपर्ट्स अपने देश के न्यूज़ चैनलों में और आम आदमी यू-ट्यूब चैनलों और पोर्टलों में ज्ञान बघार रहे हैं. वो कह रहे हैं कि चीन के सदर ने कहा है कि दुनिया को पता होना चाहिए कि दुनिया अमेरिका के बगैर भी रह सकती है. ये पावर थिएटर चल रहा है यानी 'जिस दिए में जान होगी वो दीया रह जाएगा'.
क्या तीसरे विश्वयुद्ध का काउंटडाउन ऑन हो गया?
कई दिनों से ईरान-इजरायल के बीच बारूदी संघर्ष चल रहा था. दोनों मुल्क एक दूसरे पर ताबड़तोड़ अंदाज में वार-पलटवार कर रहे थे. मगर 72 घंटों में ईरान ने जिस तरह तांडव मचाते हुए इजरायली धरती को सुलगाकर बेहिसाब बारूद बरसाया है उससे ना सिर्फ तेल अवीव बल्कि वॉशिंगटन तक खलबली है. यहीं से अमेरिका के जंग में उतरने की खबरें आईं.
'US की एंट्री मतलब...'
प्रेसिडेंट ट्रंप ईरान पर अटैक कब करेंगे, किस अंदाज में करेंगे. हमला कितना विध्वंसक और विनाशक होगा. फिलहाल हर किसी के जेहन में यहीं सवाल कौंध रहा था. विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईरान के मुद्दे पर पुतिन ने US और इजरायल से बात की है और रूसी वैज्ञानिक ईरान की न्यूक्लियर साइट पहुंचे है. दूसरी ब्रेकिंग ये कि चीनी वायुसेना के विमान हथियारों के साथ तेहरान पहुंचे हैं.
खौफ में इलाका
रूस-चीन अगर मिडिल ईस्ट के अखाड़े में उतरते हैं तो मिडिल ईस्ट के देशों की क्या हालत होगी ये सोच करके लोगों को घबराहट हो रही है. सऊदी अरब से लेकर इराक, सीरिया, लेबनान, इजराइल, जॉर्डन, ईरान, तुर्की, कुवैत, बहरीन, कतर, ओमान, यमन, लीबिया, बहरीन, मिस्र, साइप्रस, इजिप्ट और यूएई तक संघर्ष के अगले फेज की अटकलें लग रही हैं.