US Tariff: पूरे पाकिस्तान में गाना गाया जा रहा है कि अगले 24 घंटे में अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत पर बहुत भारी टैरिफ लगाने जा रहे हैं और इसकी वजह है टैरिफ पर भारत का पलटवार. दरअसल, ट्रंप पिछले 2 महीने से जिस तरह भारत को लेकर बयानबाजी कर रहे थे. उस पर भारत ने पहली बार सीधा और करारा जवाब दिया, वो ये कि भारत किसी भी मुल्क के दबाव में फैसला नहीं लेगा. हालांकि इस जवाब से ट्रंप तो तिलमिला गए हैं. मगर पाकिस्तानी क्यों हक्के-बक्के रह गए आइए बताते हैं.
पाकिस्तान में मोदी की जय-जयकार
पाकिस्तानी कह रहे हैं कि ये मुद्दा बहुत बड़ा है कि नरेंद्र मोदी अमेरिका के खिलाफ गए और ट्रंप को शटअप बोलकर राष्ट्रवाद को तवज्जो दी. इंडिया ने शुरू किया है अमेरिका से और साथ उन्होंने यूरोपियन यूनियन को भी रगड़ा है, नरेंद्र मोदी अब आ गए हैं असल टोन में. भारत ने अमेरिका को बिल्कुल ना कह दिया है और ये भी कहा है कि पाकिस्तान को भारत से अपनी विदेशी नीति पर कुछ सीखना होगा. एक भाईजान तो इतना जोश में आ गए कि बोलने लगे कि मैं अगर इनकी जगह होता तो मैं अपने चुल्लू में खुद पानी डालता और मैं खुद 100 मंजिला बिल्डिंग से छलांग मारकर उस चुल्लूभर पानी में डूबकर मरता.
क्यों पाकिस्तानी चुल्लूभर पानी में डूबकर मर जाना चाहते हैं?
पाकिस्तानी अपनी हुकूमत को इंडिया से सीखने की सलाह दे रहे हैं और ये भी कह रहे हैं हिंदुस्तान ने किस तरह अमेरिका को चारों खाने चित कर दिया है? दरअसल ट्रंप की टैरिफ वाली धमकी को जो पाकिस्तानी कल तक अपनी जीत बता रहे थे. वही पाकिस्तानी अब डूबकर मर जाने के लिए चुल्लू भर पानी तलाश रहे हैं. क्योंकि हिंदुस्तान ने एक ही दिन में दो दांव चलकर पाकिस्तान और अमेरिका दोनों को छठी का दूध याद दिला दिया है. जिसके बाद पाकिस्तानी खुद हैरान हैं कि इंडिया अमेरिका के खिलाफ इतना बोल्ड स्टैप कैसे ले सकता है.
पाकिस्तान के राजनीतिक विश्लेषक कमर चीमा ने कहा, 'इंडिया ने शुरू किया है अमेरिका से और साथ उन्होंने यूरोपियन यूनियन को भी रगड़ा है, नरेंद्र मोदी अब आए हैं असल टोन में, मैंने आपको कहा था ना कि इंडिया जवाब देगा. क्योंकि उन्हें पता है कि पब्लिक ओपिनियन पहले बना रहे थे, मीडिया, सिविल सोसायटी, ट्रंप की ट्रोलिंग हो रही थी. अब वो आए हैं स्टेक लेवल पर, उन्होंने कहा है कि अमेरिका और यूरोपियन यूनियन हमें टारगेट कर रहे हैं. वो कह रहे हैं कि भाई तुमने जो करना है कर लो, हम तो अपने लोगों के लिए फैसले करेंगे, अब ये क्लियर हो गई है चीज'.
अमेरिका-यूरोप पहले अपने गिरेबान में झांके
जो यूरोपियन यूनियन भारत पर 100% टैरिफ लगाने की बात कर रही है, उसने साल 2024 में रूस के साथ 67.5 बिलियन यूरो का व्यापार किया. ये भारत के मुकाबले में बहुत ज़्यादा है. वहीं भारतीय सेना की ईस्टर्न कमांड ने एक्स पर पोस्ट किया कि जो अमेरिका भारत पर रूस की मदद का आरोप लगा रहा है, उस अमेरिका ने 1954 से 1971 तक पाकिस्तान को दो अरब डॉलर के हथियार भेजे, इसका इस्तेमाल 1971 की जंग में भारत के खिलाफ किया गया.
पाकिस्तानी ट्रंप पर तरस खा रहे!
पाकिस्तानियों का कहना है कि ट्रंप ने अमेरिका को फंसा दिया है. एक ने कहा, 'अंग्रेजों की एक पॉलिसी है उनके यहां किसी के लिए फ्री लंच नहीं होता है, वो एक दोगली पॉलिसी चला रहे हैं वो अपना ट्रेड भी खराब नहीं करना चाहते हैं और वो अपना रौब भी जमाना चाहते हैं कि हम सुपरपावर हैं. तो इसका रिएक्शन आएगा और ठीक-ठाक आएगा, इंडिया भी तो छोटा मुल्क नहीं है वो भी डेढ़ अरब लोग हैं वहां पर, बड़ी इकोनॉमी है, इंशाल्लाह ट्रंप को नुकसान भुगतने होंगे.'
यूरोप तो मानो चल रहा रूस के सामान के दम पर!
यकीनन भारत को डेड इकोनॉमी बताने वाले डोनाल्ड ट्रंप की आंखें इस आंकड़े को देखकर खुल जाएंगी. अगर अब भी ना खुले तो एक फिगर और है ट्रंप के पैरों से तले से जमीन खींचने के लिए. 2022 में यूरोप के देशों ने रूस से 15 मिलियन टन LNG की आपूर्ति की थी. जबकि युद्ध के बावजूद साल 2024 में ये बढ़कर 16.6 मिलियन टन हो गई. इसके अलावा भी यूरोपियन यूनियनन ने रूस से फर्टीलाइजर, माइनिंग प्रोडक्ट, केमिकल, आयरन, स्टील, मशीनरी और भी ना जाने क्या मंगवाया और युद्ध बढ़ाने का आरोप भारत पर लगाया जा रहा है.
पाकिस्तान के राजनीतिक विश्लेषक मोइद पीरजादा ने कहा, 'हिंदुस्तान भी खरीद रहा है और चीन भी खरीद रहा है और डोनाल्ड ट्रंप की जरूरत ये है कि मैं किसी तरह रूस के ऊपर इतना दबाव बना सकूं कि पुतिन मेरे साथ बात करे, मेरे साथ एक मीटिंग हो जिसमें से कुछ निकले, लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ट्रंप को कोई भी स्पेस नहीं दे रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप के दिमाग में ये बात चली गई है कि किसी तरह चीन और हिंदुस्तान को पीछे हटाया जाए कि वो रूस के एनर्जी प्रोडक्ट, रूस की गैस और तेल ना खरीदें तो मुझे व्लादिमीर पुतिन के ऊपर प्रेशर डालने में बहुत ज़्यादा मदद मिल सकती है. मजे की बात ये है कि अब तो पाकिस्तानियों को भी ये समझ आ रहा है कि टैरिफ वॉर में पाकिस्तान को बलि का बकरा बनाया जा रहा है.
FAQ-
सवाल- अमेरिका भारत पर टैरिफ क्यों लगा, इसके पीछे की वजह क्या हो सकती है?
जवाब- असल में अमेरिका को चिंता यूक्रेन की नहीं है बल्कि उसकी चिंता ये है कि अगर भारत की इकोकॉमी इसी रफ्तार से बढ़ती रही तो जल्द ही वो तीसरे नंबर पर आ जाएगा और फिर अमेरिका के लिए चुनौती खड़ी हो जाएगी.
सवाल- ट्रंप ने भारत को कौन सी नई धमकी दी है?
जवाब- ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि वो भारत पर 24 घंटे के अंदर नया टैरिफ लादने जा रहे हैं.