Pakistan Train Hijack: पाकिस्तान में उस वक्त हड़कंप मच गया जब बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने बलूचिस्तान के बोलन जिले के पास जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया. इस घटना के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया, जो दूसरे दिन भी जारी है. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 190 यात्रियों को सुरक्षित बचाया गया है और 30 विद्रोहियों को मार गिराया गया है. दरअसल, मंगलवार को क्वेटा से करीब 157 किलोमीटर दूर मश्कफ सुरंग के पास बलूच विद्रोहियों ने जाफर एक्सप्रेस पर हमला किया और बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों समेत 400 से ज्यादा मुसाफिरों को बंधक बना लिया. इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ली.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बचाए गए 190 यात्रियों में से 37 जख्मी हैं. इन मुसाफिरों में से 57 को प्रांतीय राजधानी में स्थानांतरित कर दिया गया. यात्रियों के परिवारों के लिए सहायता डेस्क और इमरजेंसी सेल की बनाई गई है. बचाए गए लोगों में महिलाएं और बच्चे शामिल बताए जा रहे हैं.
बंधकों के पास विस्फोटक जैकेट पहने तैनात विद्रोही
विद्रोही संगठन ने कुछ बंधकों के बहुत करीब अपने आत्मघाती हमलावरों को तैनात किया है, जो कि विस्फोटक जैकेट पहने हुए हैं. आत्मघाती हमलावरों ने 'तीन अलग-अलग स्थानों पर महिलाओं और बच्चों को बंधक बना लिया है.' महिलाओं और बच्चों की मौजूदगी की वजह से ऑपरेशन 'अत्यंत सावधानी' के साथ चलाया जा रहा है.
बलूचिस्तान के सीएम ने क्या कहा?
वहीं, बलूचिस्तान के सीएम सरफराज बुगती ने कानून व्यवस्था पर एक बैठक की अगुआई की और उन्हें जाफर एक्सप्रेस हमले के बारे में एडिशनल होम चीफ सेक्रेटरी द्वारा जानकारी दी गई. सीएम बुगती ने कहा, 'हमला असहनीय है और सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.' उन्होंने आगे कहा, 'देश विरोधी तत्वों का पाकिस्तान को केक की तरह काटने का सपना कभी साकार नहीं हो सकता. हमें खुद को किसी भी भ्रम से मुक्त करना चाहिए और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए.'
BLA का क्या है मकसद?
बीएलए बलूचिस्तान की आजादी चाहता है. यह कई जातीय विद्रोही समूहों में से सबसे बड़ा है, जिसने दशकों से पाकिस्तान सरकार से लड़ाई लड़ी है. संगठन का कहना है कि सरकार बलूचिस्तान के समृद्ध गैस और खनिज संसाधनों का अनुचित तरीके से दोहन कर रही है. बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है।. इसे भू-आर्थिक और भू-रणनीतिक रूप से बेहद अहम माना जाता है फिर भी यह अशांत रहता है. बलूचिस्तान को प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर माना जाता है. इसके बावजूद डेवलेपमेंट की रेस में सबसे पीछे रह गया है. ( आईएएनएस इनपुट के साथ )