Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए हमले ने देश को हिला दिया है. हमले के बाद वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान की कड़ी निंदा की जा रही है. भारत लगातार अपना एक्शन प्लान बना रहा है. भारत के एक्शन प्लान की वजह से पाकिस्तान डरा- सहमा हुआ है. इसी बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर के लापता होने की आशंका जताई जा रही है. सोशल मीडिया पर हैशटैग और मीम्स खूब चल रहे हैं.
लापता हुए मुनीर?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कहा जा रहा है कि भारत के कूटनीतिक हमले के बाद जनरल मुनीर लापता हो गए हैं. इसे लेकर दावा किया जा रहा है कि सेना प्रमुख या तो अपने परिवार के साथ देश छोड़कर भाग गए हैं या रावलपिंडी में एक बंकर में छिपे हुए हैं, जबकि देश के राजनीतिक नेताओं ने भारत के खिलाफ अपनी बयानबाजी दोगुनी कर दी है. जहां पर एक तरफ मुनीर के गायब होने की चर्चा है वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर #MunirOut ट्रेंड करने लगा है. जिसकी वजह से मीडिया में पाकिस्तान के सेना प्रमुख की अनुपस्थिति पर सवाल उठा रहे हैं.
पीएम कार्यालय ने पोस्ट की तस्वीर
जैसे ही ये चर्चा तेज हुई वैसे ही पाकिस्तान के पीएम कार्यालय ने एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें दिखा गया कि 26 अप्रैल को एक कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ जनरल मुनीर भी थे. ये एक ग्रुप फोटो थी जिसमें पाक सेना प्रमुख के अलावा पीएमए काकुल के अधिकारी, एबटाबाद के पीएमए काकुल में 151वें लॉन्ग कोर्स के स्नातक अधिकारी भी शामिल थे.
हालांकि इस पोस्ट के बाद भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई. इस पोस्ट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने टाइमिंग और उसमें तारीख के स्पष्ट उल्लेख पर सवाल उठाए. एक यूजर ने इसे सेना प्रमुख की अनुपस्थिति पर अटकलों का जवाब देने के लिए पोस्ट की गई एआई-जनरेटेड झूठी तस्वीर भी कहा है.
Prime Minister Muhammad Shehbaz Sharif, Chief of Army Staff General Syed Asim Munir (NIM) and officers of PMA Kakul in a group photo with the graduating officers of 151st Long Course at PMA Kakul, Abbottabad.
April 26, 2025. pic.twitter.com/HLmVg9nUwg— Prime Minister's Office (@PakPMO) April 27, 2025
भारत ने लिए कई फैसले
पहलगाम आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी. हमले के पीछे पाकिस्तान के कई समूहों का हाथ बताया गया है. हमले के बाद पीएम मोदी ने कहा था कि ऐसा करने वालों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा. हमले के बाद भारत ने कई कड़े फैसले लिए. इसमें सिंधु जल समझौता रद्द कर दिया गया, साथ ही साथ वाघा-अटारी सीमा भी बंद कर दी गई है. इसके अलावा कई और फैसले लिए गए हैं.