PAK ARMY ASIM MUNIR: दुनिया में गद्दारी धोखे का दूसरा नाम है पाकिस्तान. लेकिन अब पाकिस्तान और उसकी फौज को अपनी ही गद्दारी की कीमत चुकानी पड़ रही है. बलूचिस्तान में पाक फौजियों को दौड़ा दौड़ा कर मारा जा रहा है लेकिन इसके बाद भी मुनीर और शहबाज़ शरीफ की अक्ल ठिकाने नहीं आई है. बलूचिस्तान में पाकिस्तानी फौज का खूनी ऑपरेशन जारी है. पाकिस्तान से धोखा खाए लोग भी पूरी शिद्दत से मुनीर की फौज को मुंह तोड़ जवाब दे रहे हैं.
ट्रंप से मिलकर मुनीर ने मुल्क को धोखा दिया?
पाकिस्तानी कह रहे हैं कि वो मुलाकात जो कि बंद कमरे में हो और खुफिया हो और उसके बारे में कुछ बताया ना जाए. वो मुलाकात सबसे ज्यादा खतरनाक होती है. गद्दारों में मीर जाफर में और वो दूसरा कौन था. दूसरा बड़ा गद्दार, उसके साथ आपका नाम लिखा जाएगा. जो डिमांड्स या जो अमेरिकन ऑर्डर्स थे आसिम मुनीर के लिए वो उसने चुपचाप मंजूर कर लिए. अवाम से क्या छिपाया जा रहा है.
मुनीर की गद्दारी ने पाकिस्तान को नाराज किया
पाकिस्तानी टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि आपके मुल्क में आपकी फौज ने सिवाय नफरत की सियासत के और कुछ नहीं दिया. हम लोग एक बिकी हुई कौम हैं. हम बिके हुए लोग हैं. हमें खरीद लिया गया हुआ है. मैं तो चाहता हूं पाकिस्तान वगैरह सब कुछ खत्म हो जाए. इसी टीटीपी की वजह से ना हमारे मुल्क में अमन नहीं आ सकता.
आतंकवाद को पालने-पोसने वाले पाकिस्तान के लिए ये हथियार ही भस्मासुर बन गया है. पाकिस्तान के खिलाफ अब अलग अलग संगठन तेजी से सिर उठा रहे हैं. दुनिया को आंख दिखाने वाली मुनीर की कायर फौज को बलूच विद्रोही और TTP के लड़ाके चुन चुन कर मार रहे हैं और इसी विद्रोह को दबाने के लिए मुनीर के भगोड़े वर्दी वाले एक के बाद एक खूनी ऑपरेशन चला रहे हैं.
- इस बीच पाकिस्तान की सेना ने दावा किया है कि बलूचिस्तान प्रांत के झोब जिले में एक बड़े सैन्य ऑपरेशन को अंजाम दिया गया
- इस ऑपरेशन में 33 आतंकवादी मारे गए हैं
- ये ऑपरेशन रातभर चला और इसमें शामिल आतंकियों ने अफगानिस्तान से घुसपैठ की कोशिश की थी
- पाक फौज के मुताबिक इन आतंकियों का संबंध 'ख्वारिज' नाम के संगठन से था
- ये शब्द पाकिस्तान सरकार आमतौर पर प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यान TTP के लिए इस्तेमाल करती है
ये कार्रवाई उस समय की गई जब पाकिस्तान को 14 अगस्त य़ानि अपने बंटवारे के दिन से आतंकी हमलों से दो चार होना पड़ रहा है... और बलूच विद्रोहियों का आगे पाकिस्तानी फौज को भी बेबस हो पड़ा है... और बीच सड़क पर बेमौत मरते पाक फौजियों की खबर आने पर खुद पाकिस्तानी शहबाज और मुनीर पर सवाल खड़े कर रहे हैं...
TTP का अटैक...शहबाज़ शरीफ 'गायब' !
शहबाज और मुनीर सिर्फ अपने हमदर्द मुल्कों से ही गद्दारी नहीं कर रहे बल्कि अपने लोगों को भी मौत के मुंह में झोंक दिया है.
पाकिस्तान के खिलाफ टीटीपी का अटैक कोई नई बात नहीं है. गिरगिट की तरह रंग बदलने वाले पाकिस्तान ने ही टीटीपी को पैदा किया. और आज पाकिस्तान को वही टीटीपी जख्म दे रहा है और ऐसा क्यों है उसे भी समझिए.
- साल 2002 में अमेरिकी सेना ने 9/11 आतंकी हमले का बदला लेने अफगानिस्तान में धावा बोलती है.
- अफगानिस्तान में अमेरिकी कार्रवाई के डर से कई आतंकी पाकिस्तान के कबाइली इलाके में छिप जाते हैं.
- इसी दौरान पाकिस्तान की सेना इस्लामाबाद की लाल मस्जिद को एक कट्टरपंथी प्रचारक और आतंकियों के कब्जे से मुक्त कराती है.
- हालांकि कट्टरपंथी प्रचारक को कभी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का करीबी माना जाता था.
- लेकिन इस घटना के बाद स्वात घाटी में पाकिस्तानी आर्मी की खिलाफत होने लगी.
- इससे कबाइली इलाकों में कई विद्रोही गुट पनपने लगे.
आतंकवाद की फैक्ट्री कहे जाने वाले पाकिस्तान में अब तक जितने भी आतंकी संगठन अस्तित्व में आए हैं, उनमें तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को सबसे खतरनाक माना जाता है. पाकिस्तानी TTP के इस कहर को अमेरिका की देन मानकर अमेरिका से पिंड छुड़ाने का ऐलान कर रहे हैं.
हालात ये हैं कि बलूचिस्तान ने खुद को आजाद मुल्क तक घोषित कर दिया और बलोचिस्तान की आजादी पाकिस्तान के जहरीले जनरल आसिम मुनीर के मुंह पर करारा तमाचा है. जिसने ऐलान किया था कि बलोचों की आजादी की आवाजें कुचल दी जाएंगी.
पाकिस्तानी एक्सपर्ट ताहिर गौरा ने कहा, 'हजारों नौजवानों को अब तक मार दिया गया है. उनके हजारों नौजवान आज भी लापता हैं और फिर बेशर्मी से पाकिस्तान के आर्मी जनरल जो भी आर्मी का जनरल बनता है। चाहे वो मुशर्रफ था, चाहे वो कियानी था, चाहे ये आसिम मुनीर है। ये कितनी बेशर्मी के साथ धमकियां देते हैं और आसिम मुनीर ने तो इंतेहा कर दी है, अपनी गलीज जुबान को बरतने के हवाले से, धमकियां देने के हवाले से.
पाकिस्तानी आर्मी अपनों पर ही जुल्म ढाती है. कभी चीन तो कभी अमेरिका को खुश करने के लिए अपनों की खून बहाने तक से पीछे नहीं हटती. और यही वजह है कि अब पाकिस्तान को हांकने वालों के कुकर्मों की सज़ा पाकिस्तान फौजियों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ रही है और पाकिस्तान अपने ही अवाम की खून की प्यासी हो चुकी है.