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ये कर देंगे, वो कर देंगे... लेकिन इस बीमारी से न निपट पाया पाकिस्तान, चारों प्रदेशों से आई ये बुरी खबर

Pakistan news: पोलियो से निपटने के लिए बनाए गए नेशनल इमरजेंसी सेंटर ने 21 फरवरी से 6 मार्च तक इकट्ठा किए गए नमूनों में पोलियो का वायरस होने की पुष्टि की है. एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक ये नमूने पाकिस्तान के सभी चार प्रांतों की तमाम सीवेज लाइनों से लाए गए थे.

ये कर देंगे, वो कर देंगे... लेकिन इस बीमारी से न निपट पाया पाकिस्तान, चारों प्रदेशों से आई ये बुरी खबर
Shwetank Ratnamber|Updated: Mar 23, 2025, 08:56 PM IST
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Pakistan Polio news: खस्ताहाल इकॉनमी वाला पाकिस्तान 78 सालों में ढंग की एक पोलियो वैक्सीन तक नहीं बना पाया है. दुनिया में आतंकवाद का सबसे बड़ा सप्लायर और एक्सपोर्टर मुल्क की आने वाली पीढ़ियों के बैसाखी पर टिके होने का खतरा मंडरा रहा है. अगर ये कहें कि पाकिस्तानी लोग पोलियो के संभावित खतरे से कांप रहे हैं, तो गलत नहीं होगा. टीवी न्यूज़ चैनलों से लेकर सोशल मीडिया तक अभी से चिंता जताई जा रही है कि हालात नहीं सुधरे तो आगे अंजाम और भी बुरा होगा.

कहां-कहां वायरस के निशान

पाकिस्तान के संघीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पोलियो उन्मूलन अभियान के तहत देश भर के 18 जिलों से सीवेज के नमूने जांच के लिए मंगवाए थे. हाल ही में आई रिपोर्ट में उन जगहों पर वाइल्ड पोलियोवायरस टाइप 1 की पुष्टि हुई है. पोलियो से निपटने के लिए बनाए गए नेशनल इमरजेंसी सेंटर ने 21 फरवरी से 6 मार्च तक इकट्ठा किए गए नमूनों में पोलियो का वायरस होने की पुष्टि की है. एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक ये नमूने पाकिस्तान के सभी चार प्रांतों की तमाम सीवेज लाइनों से लाए गए थे.

पंजाब से लेकर केपी तक हालात खराब

प्रभावित क्षेत्रों में सिंध के 12 जिले, पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा में दो-दो जिले, बलूचिस्तान और इस्लामाबाद का एक जिला शामिल है. विशेष रूप से, इस्लामाबाद, बलूचिस्तान के चमन, दक्षिण वजीरिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा के दीर, साथ ही पंजाब के लाहौर और डेरा गाजी खान जैसे जिलों के सीवेज में पोलियो के निशान पाए गए. एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सिंध में बदीन, दादू, हैदराबाद, जैकोबाबाद, शहीद बेनजीराबाद, सुजावल, कंबर, सुक्कुर और कराची पूर्व, पश्चिम, मध्य और केमारी जैसे जिलों में वायरस पाया गया है.

चार जिले सेफ

रिपोर्ट के मुताबिक चार क्षेत्रों में वायरस के कोई लक्षण नहीं दिखे. इसी साल की बात करें तो पाकिस्तान में शुरुआती तीन महीनों में पोलियो के छह मामलों की पुष्टि हो चुकी है. सिंध से चार और खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब प्रांत में एक-एक मामला सामने आया है. एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक 2024 में पाकिस्तान में पोलियो के 74 नए केस सामने आए.

क्या है पोलियो?

पोलियो एक दुर्बल करने वाली बीमारी है जिसका कोई इलाज नहीं है. इसे वैक्सीन के जरिए यानी बड़े पैमाने पर टीकाकरण करके ही खत्म किया जा सकता है. खासकर मौखिक पोलियो वैक्सीन के जरिए पांच साल से कम उम्र के बच्चों को इस जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए निर्णायक जंग लड़ने की जरूरत है. सरकार कह रही है कि बच्चों को पोलियो वैक्सीन की कई खुराक देना जरूरी है, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि कम से कम पांच साल से कम उम्र के सभी बच्चे नियमित टीकाकरण कार्यक्रम जरूर पूरा करें.

दिक्कत क्या है?

पाकिस्तान में भी पोलियो को लेकर कई भ्रांतिया हैं. पोलियो की दवा यानी वैक्सीन पिलाने वाले लोगों को शक की निगाह से देखा जाता है. ऐसे में पाकिस्तान सरकार को बड़े पैमाने पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने की जरूरत है, ताकि लोग बिना डरे खुद आगे बढ़कर अपने बच्चों को पोलियो की दवा पिलवाएं.

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