China welcomes PM's SCO Summit visit: पाकिस्तान में चर्चा हो रही है कि हिंदुस्तान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ बम को फुस्स कर दिया है. भारत दो टूक कह चुका है कि वो अपने नागरिकों के हितों से समझौता नहीं करेंगे, भले ही कितना भी दबाव क्यों ना बनाया जाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैसे ही ये बयान दिया व्हाइट हाउस में बैठे ट्रंप गुस्से में तिलमिला उठे. वहीं पाकिस्तान में हड़कंप तब मचा, जब चीन भारत के समर्थन में आ गया. आखिर ये कैसे हुआ.
पाकिस्तानी कंफ्यूज
भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर चल रही तनातनी के बीच पाकिस्तानी सकते में हैं. जो पाकिस्तानी मान रहे थे कि अब तो अमेरिका भी पहले तरह उनके आगे डॉलर्स डालने लगा और चीन वैसे ही आल वेदर फ्रेंड है. लेकिन जैसे ही पाकिस्तानियों को पता चला कि मोदी, चीन दौरे पर जाने वाले हैं. पाकिस्तान में कोहराम मच गया. अमेरिका भन्ना उठा फौरन उसने PAK आर्मी चीफ आसिम मुनीर को अपनी चौखट पर तलब किया.
पाकिस्तानियों को डर
पाकिस्तान के टीवी चैनलों और यू-ट्यूब चैनलों पर घंटों पहले शुरू हुई बहसबाजी थमी नहीं है. लब्बोलुआब ये है कि इंडिया के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाइना पहुंचेंगे और इस ख़बर से थर-थर कांप उठा है वन एंड ओनली अमेरिका. ट्रंप ने आखिर चाइना और इंडिया को इकट्ठा कर दिया है, अगर ट्रंप बीच में दखलअंदाजी नहीं करता. ये तो हमें बांट रहे हैं, तो मेरे ख्याल से कुछ करना चाहिए, नहीं तो हम वैसे ही खत्म हो जाएंगे. सीधी बात है कि चाइना चाह रहा है कि भारत को अपने नजदीक करे पाकिस्तान को अकेला करे.'
सवालों की बारिश
क्या चीन हिंदुस्तान के खेमे में चला गया है?
क्या भारत ने ड्रैगन से हाथ मिला लिया है?
क्या जिनपिंग ने पाकिस्तान को सूली पर चढ़ा दिया है?
ऐसे ना जाने कितने सवाल , जिन्होंने वॉशिंगटन से लेकर इस्लामाबाद तक खलबली मचा दी है. इन सवालों के बारे में सोच-सोचकर ट्रंप का कलेजा बैठा जा रहा है और पाकिस्तानियों का दिमाग फटे जा रहा है. जानते हैं क्यों? क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के टैरिफ को लेकर ऐसा बयान दिया है. जिसने डोनाल्ड ट्रंप को क्लीन बोल्ड कर दिया है.
PM मोदी का बयान
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कह चुके हैं कि भारत अपने किसानों के, पशुपालकों के और मछुआरे भाई-बहनों के हितों के साथ कभी भी समझौता नहीं करेगा'.
इसके बाद पाकिस्तानी कह रहे हैं कि जो ट्रंप टैरिफ वॉर से हिंदुस्तान को डराने की कोशिश कर रहे थे. प्रधानमंत्री मोदी के बयान ने उन्हें बैकफुट पर धकेल दिया है.
हिंदुस्तान ने ट्रंप से सीधा-सीधा टकराने का मन बना लिया?
पाकिस्तानी कह रहे हैं कि हिंदुस्तान ने ट्रंप से सीधा-सीधा टकराने का मन यकीनन बना लिया है. क्योंकि भारत टैरिफ वॉर में अकेला नहीं हैं, चीन भी भारत के समर्थन में आ गया. चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा , भारत पर 50% टैरिफ लगाना गलत है. अमेरिकी टैरिफ का गलत इस्तेमाल हो रहा है'.
प्रधानमंत्री मोदी की चीन यात्रा से ठीक पहले आया चीन का ये बयान बहुत ज़्यादा मायने रखा हैं. क्योंकि दुनिया जानती है कि अगर भारत और चीन ने हाथ मिला लिया तो फिर ट्रंप का टैरिफ धरा का धरा रह जाएगा.
क्योंकि - चीन दुनिया का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब है तो भारत दुनिया का सबसे बड़ा उपभोक्ता.
पाकिस्तान में क्यों मातम पसरा है?
चीन के बदले रुख से सबसे ज्यादा खून, ट्रंप की गोद में बैठे पाकिस्तान का फुंक रहा है. पाकिस्तानी कह रहे हैं कि इंडिया की इकोनॉमी बहुत हाई क्लास है और चाइना कौन सा पाकिस्तान का भाई है, उनसे पाकिस्तान की पीठ पीछे छुरा घोंप दिया. 31 अगस्त को बहुत बड़ा जलजला आने वाला है. चाइना में जब इंडिया के प्राइम मिनिस्टर मोदी का प्लेन लैंड करेगा. वहां शहबाज शरीफ भी होगा. वहां जिनपिंग पाकिस्तान को बहुत बड़ा झटका देकर 'शरीफों' को लताड़ लगा सकते हैं.
ट्रंप को लगा था कि वो पाकिस्तान को पुचकारकर भारत पर दबाव बना लेगा. मगर भारत ने ऐसा दांव चला कि चीन-पाकिस्तान की हिमालय से ऊंची दोस्ती में दरार पड़ गई.
FAQ
सवाल- पाकिस्तानी क्यों परेशान हैं?
जवाब- जो पाकिस्तानी कल तक ट्रंप की गोद में बैठकर उछल रहे थे, वो हिंदुस्तान और चीन के कथित रूप से ट्रंप के टैरिफ बम का मुकाबला करने की खबरों से हैरान हैं, उन्हें डर सता रहा है कि कहीं तेल का सपना दिखाकर ट्रंप पाकिस्तानियों का ही तेल ना निकाल ले.
सवाल- चीन ने भारत पर थोपे टैरिफ पर क्या कहा?
जवाब- चीन ने कहा- 'टैरिफ लगाना गलत फैसला है'.