Pakistanis React on Aurangzeb Controversy: भले ही मुगल काल का क्रूर तानाशाह औरंगजेब अपनी कब्र में लेटा पड़ा है. लेकिन उस आक्रांता के जिन्न ने हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पाकिस्तान में भी सनसनी मचा रखी है. हैरान करने वाली बात ये है कि अब तो पाकिस्तान में भी जालिम औरंगजेब के खिलाफ बगावत तक छिड़ चुकी है. पाकिस्तानी मौलाना-मौलवी खुलकर औरंगजेब के गुनाहों का पर्दाफाश कर रहे हैं. वे जिन्नालैंड में बैठकर खुलेआम औरंगजेब की धज्जियां उड़ा रहे हैं. ऐसे में आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर पाकिस्तान के मौलाना विश्व हिंदू परिषद की राह पर कैसे चल पड़े. यह खबर हिंदुस्तान के औरंगजेब प्रेमी गैंग को चुभ सकती है.
पाकिस्तानी मौलवी दिखा रहे सच का आइना
जिस पाकिस्तान को औरंगजेब की कट्टर औलादों का मुल्क माना जाता था. जिस पाकिस्तान में क्रूर औरंगजेब को इस्लाम का मसीहा माना जाता था. उसी पाकिस्तान में औरंगजेब के खिलाफ बगावत छिड़ चुकी है. कल तक औरंगजेब को मुगलिया सल्तनत का सबसे बड़ा बादशाह बताने वाले. अब औरंगजेब को जालिम-हत्यारा-कट्टर-क्रूर और अय्याश करार दे रहे हैं.
यकीन मानिए इन पाकिस्तानी मौलाना-मौलवियों की बातें. भारत के औरंगजेब प्रेमियों को नस्तर की तरह चुभ सकती है. बेशक इन बयानों को सुनकर हिंदुस्तान का औरंगजेब फैन क्लब आगबबूला भी हो सकता है. मगर सच तो सच ही रहेगा. भले ही उस पर पर्दा डालने की लाख कोशिश की जाए. तभी तो आज पाकिस्तान में बैठे मौलाना चीख-चीख कर ये तकरीरें कर रहे हैं. खुल्लेआम कैमरे पर ये दावा कर रहे हैं कि औरंगजेब जितना क्रूर-सनकी-खूंखार बादशाह पैदा ही नहीं हुआ.
आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर पाकिस्तान के मुल्ला-मौलवियों के सुर अचानक क्यों बदल गए. क्यों हर वक्त औरंगजेब की माला जपने वाले मौलाना आज औरंगजेब की धज्जियां उड़ाने लगे. सबसे अहम ये कि पाकिस्तान के मौलाना आखिर विश्व हिंदू परिषद की राह पर क्यों चल पड़े हैं. इसके पीछे की वजह है औरंगजेब को लेकर फैलाया गया भ्रमजाल. जिसमें ना सिर्फ पाकिस्तान बल्कि हिंदुस्तान के मुल्ला-मौलवी भी फंसे हुए हैं. वो भी बेहद बुरी तरह से.
हिंदुस्तान के औरंगजेब 'प्रेमी' को पढ़िए
वायरल हो रहे एक वीडियो में हिंदुस्तानी मौलवी कहता है, जो अदब करता था अपने बाप का...उसी पर इल्जाम रख दिया तारीख ने...उसने तो अपने बाप को कैद कर दिया था...कत्ल कर दिया था...वाह साहब, क्या दिन दिखाया अच्छे लोगों को. बदनाम ही किया. झूठ है, फरेब है. मक्र है. मक्कारी है. औरंगजेब का एक ही कुसूर था कि वो दीनदार था. इसलिए उसे बदनाम किया गया वरना अकबर को अकबर-दि-आजम कहते हैं. दि ग्रेट कहते हैं. अब अकबर आजम कैसे हो गया. दि ग्रेट कैसे हो गया क्योंकि वो मुनीद था. दीन को नुकसान पहुंचाने वाला था. लोगों की फितरत है. जो भी दीन को फायदा पहुंचाए उसको डैमेज करो...और जो दीन को नुकसान पहुंचाए...उसे उठाओ ऊपर करो.
जरा सोचिए, कितनी साफगोई से इन मौलाना ने औरंगजेब को ग्रेट और अकबर को इस्लाम के लिए थ्रेट बता दिया. जबकि हकीकत ये है कि...औरंगजेब एक कट्टरपंथी शासक था. जिसका सिर्फ एक ही मकसद था. जो भी इस्लाम के रास्ते में आए, उसे जिबह कर दो. उसका सिर तन से जुदा कर दो. सरेआम कत्लेआम मचा दो.
जुल्मी औरंगजेब की अनगिनत कहानियां
हिंदुस्तान में औरंगजेब जैसे क्रूर तानाशाह की वाहवाही करने वालों की तादाद कम थोड़ी है. हैरानी की बात ये है कि ना तो इनका ताल्लुक औरंगजेब से है और ना ही मुगलों से. लेकिन मजहब और इस्लाम के नाम पर हिंदुस्तान की ये मौलाना ब्रिगेड औरंगजेब जैसे क्रूर शासक को खलनायक से नायक बनाने में जुटी है. वो भी इतिहास को तोड़-मरोड़ कर झूठी तकरीरों के साथ.
जिसने पूरे परिवार की कब्र खोदकर सत्ता का सिंघासन हासिल किया. जिसने अपने पिता को सलाखों में कैद किया...जिसने अपने बड़े भाई का सिर कलम किया...जिसने अपनी गद्दी-तख्त और साम्राज्य बचाने के लिए औलादों तक की बलि ले ली. मुगल काल के उसी क्रूर शासक की शान में हिंदुस्तान के कई मौलाना-मौलवी कसीदें पढ़ रहे हैं.
मुगलों की शान में गढ़ रहे झूठे कसीदे
ये हाल सिर्फ हिंदुस्तान के मुल्ला-मौलवियों का ही नहीं बल्कि सियासत से जुड़े लोग भी. वे खुलकर औरंगजेब जैसे आंक्राता की तरफदारी कर रही है. उसे मुगल सल्तनत का ना सिर्फ बेहतरीन बादशाह...बल्कि दयालु और कृपालू बता रहे हैं. खैर...हिंदुस्तान एक आजाद मुल्क है...सबको अपनी बात बोलने की आजादी है. मगर इसका मतलब ये नहीं हुआ कि आप अपने बयानों से झूठ पर पर्दा डाल लें. किसी गुनहगार को पाक साफ साबित करें और ऐसे लोग सिर्फ हिंदुस्तान में ही नहीं बल्कि पाकिस्तान के कोने-कोने में भी बैठे हैं.
सरासर झूठ बोलने वाले इस हुनर की...मतलब बिना सिर पैर के कुछ भी बक दो. अरे थोड़ा लिहाज करो अपने मजहब का. लेकिन सारा मसला ही तो मजहब पर टिका है. तभी तो जिस औरंगजेब ने गैरों का क्या अपनो का खून बनाया. उसे नायक बनाने में जिहादी ब्रिगेड पूरी शिद्दत से लगी है.