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Iran Israel War: इजरायल-ईरान युद्ध में पाकिस्तान का रोल क्या है? कहीं उसने खामेनेई को फंसा तो नहीं दिया

Pakistan Role in Israel Iran War: ईरान और इजरायल के बीच चल रही भीषण जंग में पाकिस्तान का रोल क्या है? यह सवाल रक्षा हलकों में बड़ी शिद्दत से पूछा जा रहा है. कहा जा रहा है कि पाकिस्तान ने जानबूझकर खामेनेई को फंसा दिया है. 

Iran Israel War: इजरायल-ईरान युद्ध में पाकिस्तान का रोल क्या है? कहीं उसने खामेनेई को फंसा तो नहीं दिया
Devinder Kumar|Updated: Jun 17, 2025, 03:42 AM IST
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Iran Israel War Update in Hindi: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला सैयद अली खामेनेई पर अगले 24 घंटे बहुत भारी पड़ सकते हैं. मोसाद का एक-एक जासूस और खुफिया तंत्र सिर्फ खामेनेई को ढूंढ रहा है. ईरानी मीडिया ने तो ये तक दावा किया है कि ईरानी सुप्रीम लीडर खामेनेई का खात्मा भी हो सकता है. क्या आप जानते हैं खामेनेई के खात्मे की वजह कोई और नहीं बल्कि मुस्लिम मुल्क पाकिस्तान बनेगा. अब सवाल ये है कि खामेनेई के हंट ऑपरेशन में पाकिस्तान का क्या रोल है.

बस 24 घंटे का वक्त बचा है....

सोशल मीडिया की मानें तो अगले 24 घंटे के भीतर मिडिल-ईस्ट में कुछ बहुत बड़ा हो सकता है. इतना बड़ा कि एटम बम फूटने की नौबत आ सकती है. दुनिया की तमाम बड़ी ताकतें आपस में टकरा सकती है. दावा किया जा रहा है कि इजरायल की लीडरशिप ने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला सैयद अली खामनेई को टारगेट पर ले लिया है. इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को अब खामेनेई के अंत के अलावा कुछ भी मंजूर नहीं है. दावा किया जा रहा है कि इसके लिए ईरानी लीडर पर ठीक वैसा ही हमला हो सकता है जैसा हिज़बुल्लाह के चीफ हसन नसल्लाह पर किया गया.

ईरान के सुप्रीम लीडर का नाम इतना ईरान में नहीं लिया जा रहा है....जितना उनका नाम पाकिस्तान में जपा रहा है.खामेनेई का नाम ले-लेकर पाकिस्तानी उन्हें इजरायल में मची तबाही का हीरो बता रहे हैं. एक तरह से इजरायल को उनपर हमले के लिए उकसा रहे हैं. सवाल ये है कि क्या वाकई खामेनेई इजरायल के टारगेट पर हैं? क्या पाकिस्तान खामेनेई का खात्मा करवाना चाहता है? क्या 24 घंटे के भीतर ईरान के सुप्रीम लीडर पर जानलेवा हमला हो सकता है?

खामेनेई की हत्या की साज़िश रच रहा इजरायल?

दरअसल ईरानी मीडिया ने दावा किया है कि इजरायल खामेनेई की हत्या की साज़िश रच रहा है. इजरायली राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने हत्या का पूरा प्लान तैयार किया है. दो टॉप अधिकारियों ने इसपर मुहर भी लगा दी है मगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसा करने से मना कर दिया है. बावजूद इसके नेतन्याहू पीछे हटने को तैयार नहीं है.

बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने तो ये भी दावा किया था कि इजरायल ने हमले से पहले अमेरिका को नहीं बताया था. सोचिए क्या ऐसा मुमकिन है कि इजरायल ईरान पर हमला करे और इसकी जानकारी अमेरिकी राष्ट्रपति को ना हो.खैर इस बार खामेनेई की हत्या की आशंका पाकिस्तान की तरफ से जताई जा रही है.सवाल ये है कि क्या पाकिस्तान की भी इसमें कोई भूमिका है.

पहले 2 टारगेट कर चुका है अचीव

खामनेई पर मंडराते ख़तरे के बीच सबसे डरावना खुलासा द जेरूसलम पोस्ट ने किया है. जिसने एक इजरायली अधिकारी के हवाले से दावा किया गया कि इजरायल की सुरक्षा परिषद् में IDF को 3 बड़े टारगेट सुझाए थे. इसमें पहला टारगेट था ईरान की टॉप सैन्य अधिकारी. दूसरा टारगेट था ईरान की न्यूक्लियर साइट्स और तीसरा टारगेट रखा गया अयातुल्ला सैय्यद अली खामेनेई. 

ईरान के लिए टेंशन की बात ये है कि दो टारगेट इजरायल हासिल कर चुका है. तो क्या बारी अब तीसरे टारगेट यानि ईरानी सुप्रीम लीडर पर हमले की है. क्योंकि ईरान की तरफ से जिस तरह इजरायल पर पटलवार किया गया है. उससे इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू बुरी तरह बौखलाए हुए हैं. ख़बर तो ये भी है कि इजरायली हमले के डर से खामेनेई अंडरग्राउंड बंकर में चले गए हैं. उनके साथ सिर्फ उनका एक बेटा है. खास बात ये कि जब से ये ख़बर आई है. तब से पाकिस्तानियों का खून उबाल मारने लगा है. वो इजरायल को सबक सिखाने के लिए एटम बम चलाने की बात कह रहे हैं.

पाकिस्तान ने ईरान को दे दिया गच्चा

इन्हीं शेखियों के झांसे में आकर ईरान से मिसकैल्कुलेशन हो गया और ईरान इतना जोश में आ गया कि अपने तहखाने में बंद सैकड़ों मिसाइल इजरायली शहरों पर दाग दी. पाकिस्तान की तरफ से आश्वासन दिया जा रहा था कि उसका एटम बम इस्लामिक है. वो पाकिस्तान को भी बचाएगा और ईरान को भी. मजे की बात ये है कि ईरान को यूक्रेन की तरह फंसाकर अब पाकिस्तान पीछे हट गया है. 

खैर...पाकिस्तानियों को जो करना था सो कर दिया. अब भुगतना ईरान को पड़ेगा. लिहाज़ा ईरान के तमाम कमांडर्स को अलर्ट रहने की जरूरत इसलिए भी है क्योंकि इजरायल जो कहता है वो करता है. इजरायल ने ये भी कहा है कि ईरान के बाद पाकिस्तान का नंबर आ सकता है. कहीं ऐसा तो नहीं कि इसी खौफ से पाकिस्तानी बैकफुट पर चले गए हैं.

जंग में पाकिस्तान की क्या है मंशा?

वैसे डिफेंस एक्सपर्ट्स का एक वर्ग ये भी मान रहा है कि पाकिस्तान ने जानबूझकर ईरान को विध्वंसक हमले के लिए उकसाया. जिसके जवाब में इजरायल ने ईरान की न्यूक्लियर फैसिलिटी तबाह कर दी. पाकिस्तान नहीं चाहता था कि उसके अलावा दुनिया में एटम बम रखने वाला कोई और मुल्क बने. अब चूंकि ईरान एटमी धमाके के बिल्कुल करीब पहुंच चुका था और ये बात पाकिस्तान को बिल्कुल पसंद नहीं आ रही थी. लिहाज़ा उसने ईरान को मरवाने का पक्का इंतजाम कर दिया.

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