Pakistani Army Khyber Pakhtunkhwa firing news: पाकिस्तान की फौज में बगदादी ने एंट्री ले ली हैं. जी हां, ये बात सुनकर आप चौंक गए होंगे. मगर पाकिस्तान की फौज ने खैबर पख्तूनख्वा में जो कुछ भी किया है. उसके बाद पूरा पाकिस्तान यही बोल रहा है कि ऐसा तो इस्लामिक स्टेट के क्रूर आतंकी ही कर सकते हैं. मुनीर की गीदड़ फौज ने जिस तरह अपनी निहत्थी जनता पर गोलियों की बौछार की तो उससे यही साबित होता है. लेकिन सवाल है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि पाकिस्तानी फौज ने अपनों का ही खून बहा दिया.
निहत्थे पठानों पर गोलियां बरसाते रहे सैनिक
खैबर पख्तूनख्वा के जखा खैल इलाके का ये पाकिस्तानी सेना का बेस है. मेनगेट पर कुछ लोगों के साथ पाक सैनिकों की बहस हो रही है. इसी बहस के दौरान पाक सैनिक अपना आपा खो बैठे और उन्होंने अपनी बंदूकों का मुंह खोल दिया. इस बात की परवाह किए बिना कि सामने उनके अपने लोग हैं. निहत्थे और निरीह लोगों पर मुनीर के सैनिक गोलियां बरसाते रहे.
खैबर पख्तूनख्वा में हालात पहले से ही पाकिस्तान के खिलाफ हैं. लंबे वक्त से ये प्रांत आजादी की मांग को लेकर संघर्ष कर रहा है. मुनीर की फौज की ताजा करतूत ने खैबर के लोगों का गुस्सा और भड़का दिया है. पहले समझिए कि आखिर पाकिस्तानी आर्मी ने अंधाधुंध फायरिंग क्यों की.
PAK सेना के खिलाफ लोगों का भड़का गुस्सा
PAK सेना की मोर्टार हमले में एक युवती की मौत हो गई थी. युवती की मौत से गुस्साए लोग आर्मी बेस के सामने प्रदर्शन कर रहे थे. लोगों के प्रदर्शन से भड़की मुनीर की फौज ने फायरिंग शुरू कर दी. पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में 7 लोगों की मौत हो गई. जबकि 17 लोग घायल हो गए.
खैबर पख्तूनख्वा में पाक सेना की कार्रवाईयां स्थानीय लोगों के बीच गुस्से की वजह बनती रही हैं. कई अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट बताती हैं कि पाक सेना ने खैबर पख्तूनख्वा में मानवाधिकारों का हनन किया है. इससे लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. अब तो खुद वहां के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ताजा नरसंहार पर शहबाज सरकार को जमकर सुना रहे हैं. उन्होने आरोप लगाया कि पाकिस्तानी सेना तालिबानी आतंकियों का अपने निजी सैन्य अभियानों में इस्तेमाल कर रही है और यही तालिबानी खैबर में खून खराबा कर रहे हैं.
खैबर पख्तूनख्वा में बढ़ रही आजादी की मांग
पाकिस्तान की सेना पर खैबर पख्तूनख्वा में आजादी के आंदोलन को दबाने के लिए गैर कानूनी तरीके से लोगों को अगवा करने, हिरासत में लोगों को टॉर्चर करने और उनकी हत्या करने जैसे आरोप लगते रहे हैं. यही वजह है कि हाल के दिनों में खैबर में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश देखने को मिला है..फायरिंग की ताजा घटना के बाद पश्तूनों ने एक बार फिर प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
खैबर पख्तूनख्वा और अफगानिस्तान के पख्तून इलाके को मिलाकर एक अलग देश पख्तूनिस्तान बनाने की मांग लगातार जोर पकड़ रही है. बीते कुछ सालों में इस मांग को लेकर चल रहा पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट जोर पकड़ रहा है..हथियारबंद पश्तून लड़ाके मुनीर की फौज पर हमले भी कर रहे हैं. माना जा रहा है कि इन हमलों से बौखलाकर ही पाकिस्तानी सेना ने फायरिंग की घटना को अंजाम दिया है.
खैबर से उठ रही आजादी की मांग अब मुल्ला मुनीर को डराने लगी है. शायद यही वजह है कि वो अब बंदूकों के दम पर इस आवाज को दबाने की कोशिश में जुट गया है.