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12 साल से सत्ता में फिर भी एक नहीं सुन रही सेना, शी जिनपिंग के लिए 'नासूर' बनी अपनी ही फौज

Chinese Army: चीन के राष्ट्रपति अपने सेना PLA को लेकर काफी परेशान हैं, जब से सत्ता में आएं तभी से PLA पर अपना कंट्रोल जमाना चाहते हैं लेकिन सेना उनकी सुनने का नाम नहीं ले रही है.

12 साल से सत्ता में फिर भी एक नहीं सुन रही सेना, शी जिनपिंग के लिए 'नासूर' बनी अपनी ही फौज
Tahir Kamran|Updated: Mar 19, 2025, 02:19 PM IST
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Xi Jinping: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) को लेकर हमेशा चिंता में दिखाई दिए हैं. पिछले 12 साल से सत्ता पर काबिज जिनपिंग पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) पर नियंत्रण बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि उनकी यह कोशिश अब तक पूरी तरह सफल नहीं हुई है, लेकिन इस बार उनकी यह चिंता ज्यादा बड़ी नजर आ रही है और वो किसी बड़े मोड में नजर आ रहे हैं. हाल ही में पता लगा है कि जिनपिंग का PLA के आला अधिकारियों से भरोसा उठता जा रहा है.

सेना पर जिपिंग का सीमित नियंत्रण

पूर्व रक्षा मंत्री ली शांगफू, PLA के उप-कमांडर देंग झिपिंग और दक्षिणी थिएटर कमांड के पूर्व नौसेना कमांडर ली पेंगचेंग जैसी कई बड़ी हस्तियां भ्रष्टाचार के आरोप में बाहर हो चुकी हैं. सेना में इस तरह की छंटनी बाकी सरकारी संस्थानों की तुलना में ज्यादा रही है. अमेरिकी एक्सपर्ट जोएल वुथनाउ का मानना है,'शी जिनपिंग का PLA पर नियंत्रण सीमित है.' इसके अलावा शी जिनपिंग ने कई सुधार किए हैं, लेकिन फिर भी वह PLA की पूरी सच्चाई नहीं जान सकते. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या वे अपने सैन्य सुधारों को सफल बना पाते हैं या नहीं.

शीर्ष नेतृत्व से उठा भरोसा

शी जिनपिंग ने इस बार सेना के उच्च अधिकारियों की बजाय निचले स्तर के सैन्य कर्मियों से सीधे बात की. इससे यह साफ होता है कि वे शीर्ष सैन्य नेतृत्व की दी गई जानकारी पर पूरी तरह भरोसा नहीं कर रहे. शी की नई योजना में सेना और नागरिक प्रौद्योगिकी के बेहतर तालमेल, खर्च में पारदर्शिता और मॉडर्न मैनेजमेंट सिस्टम को अपनाने की बात कही गई है. इसके बावजूद, विश्लेषकों का मानना है कि PLA में मौजूद गहरी भ्रष्टाचार की जड़ें और पुरानी व्यवस्थाएं शी जिनपिंग के सुधारों में बाधा बन रही हैं.

बजट के साथ बढ़ जाता है भ्रष्टाचार

चीन ने 2025 के लिए 1.78 ट्रिलियन युआन (करीब 249 अरब डॉलर) का रक्षा बजट घोषित किया है, जो पिछले साल से 7.2% ज्यादा है. हालांकि जितना पैसा सेना को मिल रहा है, उतनी ही चिंता भ्रष्टाचार को खत्म करने और सेना की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के प्रति वफादारी बनाए रखने की भी है. 2023 में शी जिनपिंग ने एक बड़ी भ्रष्टाचार जांच शुरू की, जिसके बाद कई शीर्ष सैन्य अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया. 2024 के NPC के वार्षिक सत्र में यह साफ हुआ कि PLA और सशस्त्र पुलिस बल (PAP) के 267 सदस्य शामिल थे, जो 2023 में 281 थे. यानी 14 सदस्य कम हो गए, क्योंकि उन्हें भ्रष्टाचार या अनुशासनहीनता की वजह से हटा दिया गया.

बर्खास्त किए गए प्रमुख अधिकारी

  • पूर्व रक्षा मंत्री ली शांगफू

  • PLA के उप-कमांडर देंग झिपिंग

  • पूर्व नौसेना कमांडर ली पेंगचेंग

  • PLA ग्राउंड फोर्स के कमांडर ली कियाओमिंग

  • PAP कमांडर वांग चुननिंग

  • PLA नेवी के राजनीतिक आयुक्त युआन हुआझी

आंतरिक बगावत का खतरा!

शी जिनपिंग ने सत्ता में आने के बाद से ही PLA में बड़े भ्रष्टाचार को खत्म करने की कोशिश में लगे हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद घोटाले लगातार सामने आते रहे हैं. इसके अलावा उनकी सबसे बड़ी चिंता यह है कि सेना पूरी तरह से CCP के प्रति वफादार रहे और किसी भी तरह की आंतरिक बगावत न हो.

2027 तक सेना को बनाना चाहते हैं आधुनिक

2025 के सत्र में चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग ने वैश्विक सुरक्षा पर चिंता जताई और कहा कि चीन के खिलाफ अमेरिका और अन्य देश मिलकर साजिश कर रहे हैं. चीन अपनी सेना को 2027 तक पूरी तरह आधुनिक बनाना चाहता है. ताइवान पर भी चीन की नीति पहले जैसी ही रही, जिसमें एक चीन नीति और 1992 की सहमति पर जोर दिया गया.

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