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पोप फ्रांसिस की तबीयत अब कैसी है? भारतीय कार्डिनल ने उनकी हेल्थ को लेकर दिया अपडेट

पोप फ्रांसिस को डबल निमोनिया की शिकायत है और डॉक्टर्स सेप्सिस होना का खतरा भी बता रहे हैं, लेकिन अब उनकी हालत कैसी है, इसको लेकर एक अपडेट आया है. 

पोप फ्रांसिस की तबीयत अब कैसी है? भारतीय कार्डिनल ने उनकी हेल्थ को लेकर दिया अपडेट
Shariqul Hoda|Updated: Feb 26, 2025, 01:35 PM IST
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Pope Francis Health Update: पोप फ्रांसिस की सेहत को लेकर 26 फरवरी 2025 को अहम जानकारी सामने आई है. एक कार्डिनल ने कहा कि क्रिश्चियन धर्मगुरु रोम के एक अस्पताल में भर्ती हैं और हालत अभी भी गंभीर, लेकिन स्थिर बनी हुई है.  न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए एक भारतीय कार्डिनल ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि पोप की हालत अभी भी वैसी ही बनी हुई है.
 

कैसे चुने जाते हैं नए पोप?

कार्डिनल ने कहा, "सामान्य नियम ये है कि अगर कोई पोप पद छोड़ने का फैसला करता है, जैसा कि साल 2013 में उनके पूर्ववर्ती पोप बेनेडिक्ट XVI (Pope Benedict XVI) ने किया था, तो सभी कार्डिनल्स की एक बैठक बुलाई जाती है और रिटायर का फैसला लिया जाता है. यहां तक ​​कि जब मैं कहता हूं कि ये सामान्य नियम है, तो ये मीटिंग के बिना भी हो सकता है."

 

अभी मीटिंग नहीं हुई
भारतीय कार्डिनल ने पहचान न बताने की शर्त पर कहा, "अभी तक ऐसी कोई बैठक नहीं बुलाई गई है." बता दें कि भारत में मौजूदा वक्त में 4 कार्डिनल हैं. जब कार्डिनल से पूछा गया कि पोप का चुनाव कैसे होता है तो उन्होंने कहा कि निर्वाचक मंडल में कार्डिनल होते हैं और 80 से कम आयु के सभी लोग नए पोप के लिए मतदान करते हैं.

कितने कार्डिनल हैं?
कार्डिनल ने कहा, "वोटिंग अधिकार रखने वाले सभी कार्डिनल पोप के पद के लिए पात्र हैं. अगर मेरी याददाश्त सही है तो तकरीबन 130 कार्डिनल हैं, जो अगले पोप को चुनने के लिए मतदान कर सकते हैं, लेकिन अगर 80 साल से ज्यादाके कार्डिनल की कुल संख्या ली जाए, तो यह संख्या और भी अधिक है." कार्डिनल ने कहा, "भारत के 4 कार्डिनल में से एक मई में 80 साल की उम्र को पार कर जाएंगे."

भारत के कार्डिनल
उन्होंने ये भी बताया कि केरल और भारत के सबसे नए कार्डिनल कैथोलिक पादरी जॉर्ज जैकब कूवाकड हैं, जिन्हें पिछले साल दिसंबर में पादरी से कार्डिनल के हाई पोस्ट पर प्रमोट किया गया था, जबकि कई अन्य लोग अपने पद पर नियुक्त होने से पहले बिशप थे. कार्डिनल ने कहा, "ये नये कार्डिनल वेटिकन में रहते हैं और वहां बने हुए हैं."

दरअसल, केरल में 3 कैथोलिक रीति-रिवाज हैं, जिनमें सीरो-मालाबार, लैटिन और सिरो मलंकारा चर्च शामिल हैं. इन तीन चर्चों में केरल के 50 फीसदी से ज्यादा ईसाई शामिल हैं, जो राज्य की 3.30 करोड़ आबादी का तकरीबन 17 फीसदी है.

(इनपुट-आईएएनएस)

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