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जो जहां था.. वहीं लॉक, यहां बिजली गुल के चलते लगी इमरजेंसी.. पूरा देश अंधेरे में डूबा

Blackout in Chile: दुनिया के सबसे बड़े तांबा उत्पादक देश चिली की खनन गतिविधियां भी प्रभावित हुईं. पानी की आपूर्ति बाधित होने से लोगों को पीने के पानी तक की समस्या होने लगी क्योंकि जल पंप भी बिजली से संचालित होते हैं.

जो जहां था.. वहीं लॉक, यहां बिजली गुल के चलते लगी इमरजेंसी.. पूरा देश अंधेरे में डूबा
Gaurav Pandey|Updated: Feb 26, 2025, 10:08 AM IST
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Chile Power Outage: सोचिए अचानक पूरे देश में पावर कट हो जाए तो क्या होगा. ऐसा ही हुआ जब मंगलवार को अचानक हुए बड़े बिजली संकट ने पूरे चिली को अंधेरे में डुबो दिया. इस ब्लैकआउट के कारण जनजीवन ठप हो गया यातायात अव्यवस्थित हो गया. इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं बंद हो गईं और व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित हुईं. सरकार ने हालात को गंभीर मानते हुए इमरजेंसी घोषित कर दी और रात में कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया. जो बुधवार सुबह 6 बजे तक जारी रहेगा. इस अभूतपूर्व बिजली संकट ने देश के 19 मिलियन लोगों को प्रभावित किया, जिसमें राजधानी सैंटियागो सहित 14 प्रमुख क्षेत्र शामिल थे.

हाई-वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन में खराबी
असल में इंटरनेशनल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चिली सरकार ने बताया कि बिजली आपूर्ति में यह बड़ी गड़बड़ी हाई-वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन में हुई खराबी के कारण हुई जो उत्तरी चिली के अटाकामा रेगिस्तान से सैंटियागो तक बिजली पहुंचाने का काम करती है. हालांकि इस तकनीकी गड़बड़ी के पीछे का असल कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है. इस आपदा के चलते कई बड़े उद्योगों को बंद करना पड़ा है. 

रात 10 बजे तक पूर्ण ब्लैकआउट
इसी बीच इंटीरियर मंत्री कैरोलिना टोहा ने हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. यह एक अप्रत्याशित स्थिति है जिससे निपटने के लिए सरकार सुरक्षा बलों को तैनात कर रही है ताकि यातायात नियंत्रण और कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके. रात 10 बजे तक यानी ब्लैकआउट के पांच घंटे बाद भी 70 लाख से अधिक लोग बिना बिजली के थे. सड़कों पर अंधेरा छा गया यातायात सिग्नल बंद हो गए. जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया. सैंटियागो की मेट्रो सेवा भी ठप पड़ गई, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.

लोग मेट्रो में फंस गए
फिलहाल देशभर में इस संकट से अफरा-तफरी का माहौल रहा. फुटबॉल मैच रद्द कर दिए गए कक्षाएं स्थगित कर दी गईं और सांस्कृतिक कार्यक्रम टाल दिए गए. रेस्तरां सिनेमाघर और अन्य व्यवसायों को भारी नुकसान उठाना पड़ा. कई लोग मेट्रो में फंस गए. जबकि ऊंची इमारतों में रहने वाले बुजुर्गों को लिफ्ट बंद होने से बाहर निकलने में कठिनाई हुई. कई लोगों ने अपनी टॉर्च और मोबाइल फ्लैशलाइट के सहारे सड़कों पर रास्ता बनाने की कोशिश की. परिवहन मंत्री जुआन कार्लोस मुन्योस ने लोगों से अपील की कि वे घरों में रहें क्योंकि शहर का यातायात तंत्र पूरी तरह बाधित है. एजेंसी इनपुट

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