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Historical Pistols: 15.27 करोड़ रुपये...इन पिस्टलों में ऐसा क्या खास है जो इतनी महंगी बिकी?

France News: ओसेनट ने बताया कि पिस्तौलों को बेचे जाने से एक सप्ताह पहले ही फ्रांसीसी सरकार ने राष्ट्रीय खजाना घोषित कर दिया था, जिसका मतलब है कि वे फ्रांस से बाहर नहीं जा सकते.

Historical Pistols: 15.27 करोड़ रुपये...इन पिस्टलों में ऐसा क्या खास है जो इतनी महंगी बिकी?
Manish Kumar.1|Updated: Jul 09, 2024, 02:22 PM IST
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Napoleon Bonaparte Pistols: फ्रांसीसी सम्राट नेपोलियन बोनापार्ट के जीवन में आज भी लोगों की दिचल्पी कम नहीं हुई है. जीवनीकारों, इतिहासकारों के लिए तो वह एक ऐसी शख्सियत हैं जिस पर अंतहीन बहस की जा सकती है. कई आम लोगो भी उनकी जिंदगी के बारे में अधिक से अधिक जानना चाहते हैं.  नेोपलियान की दो फ्लिंटलॉक गोसार्ड पिस्तौलों की हाल ही में हुई नीलामी से यह बात एक बार फिर साबित होती है. नीलामी में यह पिस्तौलें  €1.69 मिलियन (15,27,93,654.00 INR) में बिकीं. ये रविवार को पेरिस के बाहर फॉनटेनब्लियू में फ्रांसीसी नीलामी घर ओसेनट में बेची गईं.

सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक नीलामीकर्ता ने बताया कि, अप्रैल 1814 में फ्रांस के सम्राट नेपोलियन द्वारा आत्महत्या का प्रयास करने के ठीक बाद इन पिस्तौलों को उनके दोस्त आर्मंड डी कौलेनकोर्ट को दे दिया गया था. इस तिथि तक, नेपोलियन गठित यूरोपीय राज्यों के गठबंधन के खिलाफ कई लड़ाइयां लड चुके थे. यह गठबंधन फ्रांस के सम्राट के रूस पर किए गए हमले के जवाब में बनाया गया था.

नेपोलियन इनमें से कई लड़ाइयां जीते थे लेकिन 31 मार्च, 1814 को पेरिस मित्र देशों के गठबंधन के हाथों उसकी हार हुई.

नेपोलियन ने इन पिस्तौलों की कई बार जांच की
ओसेनट के अनुसार, कॉलेनकोर्ट ने का कहना था कि खुदकुशी की कोशिश से पहले के दिनों में नेपोलियन कई दिनों तक खुद को मारने के बारे में सोचता रहा था. उन्होंने कॉलेनकोर्ट के हवाले से बताया कि इस दौरान सम्राट ने 'अपनी पिस्तौल की बार-बार जांच की, अपनी ज़रूरत की गोलियों को निकाला.'

ओसेनट कहते हैं कि आखिरकार, फॉनटेनब्लियू की संधि पर हस्ताक्षर करने के बाद नेपोलियन ने जहर खाकर जान देने की कोशिश हालांकि वह बच गए.  इसके बाद उन्हें इतालवी तट से दूर एक द्वीप एल्बा में निर्वासित कर दिया गया.

यह पहली बार नहीं है जब नेपोलियन से जुड़ी कोई चीज नीलामी में बड़े दाम पर बिकी हो.

पिछले नवंबर में, ओसेनट ने नेपोलियन की प्रसिद्ध काली टोपियों में से एक को रिकॉर्ड €1.932 मिलियन (17,44,86,648.00 inr) में बेचा.

पिस्तौलें राषट्रीय खजाना घोषित
ओसेनट ने सोमवार को सीएनएन को बताया कि पिस्तौलों को बेचे जाने से एक सप्ताह पहले ही फ्रांसीसी सरकार ने राष्ट्रीय खजाना घोषित कर दिया था, जिसका मतलब है कि वे फ्रांस से बाहर नहीं जा सकते.

नीलामीकर्ता जीन-पियरे ओसेनट ने नीलामी घर द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, 'पिस्तौल की यह जोड़ी फ्रांसीसी सम्राट के पतन, अंत और त्याग का प्रतिनिधित्व करती है. नेपोलियन सत्ता के शिखर से गिर गया. बंदूकों की इस जोड़ी के साथ, उसने आत्महत्या करने पर विचार किया इसलिए यह अंत, पतन की छवि का प्रतिनिधित्व करता है.'

(फोटो साभार @_osenat)

 

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