South Korea News: दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति यून सुक योल के महाभियोग को लेकर देश की सियासत गरमा हुई है. देश की कई पार्टियां इसके सपोर्ट में है तो कई पार्टियां विरोध कर रही हैं. अब देशभर में लोग यून के महाभियोग के पक्ष में या उसके खिलाफ सड़क उतरने के लिए तैयारियों में जुट गई हैं. शनिवार को राजधानी सियोल के कई हिस्सों में बड़े लेवल पर रैलियां होने जा रही हैं. इसकी अगुआई कई कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट, पादरी और कई सियासी पार्टियां कर रही हैं.
सियोल मेट्रोपॉलिटन पुलिस एजेंसी के मुताबिक, ये रैलियां ग्वांगह्वामुन, जोंगनो और योईदो जैसे प्रमुख शहरों में आयोजित की जाएंगी. इस बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के नजरिए से कई कहम कदम उठाए हैं. माना जा रहा है कि इन प्रदर्शनों में लाखों लोग हिस्सा लेंगे, जिससे शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. राजनीतिक अस्थिरता के इस माहौल में दक्षिण कोरिया की सरकार और जनता की नजरें इन रैलियों पर टिकी हैं, क्योंकि इनका असर देश की सियासत और स्थिरता पर पड़ सकता है.
दरअसल, इस सप्ताह की शुरुआत में यून के महाभियोग ट्रायल की सुनवाई पूरी होने के साथ ही राजनीतिक ध्रुवीकरण बढ़ गया है. संवैधानिक कोर्ट को यह तय करना है कि यून को पद से हटाया जाए या उन्हें बहाल किया जाए. न्यायालय मार्च के मध्य में फैसला सुना सकता है.
यून के महाभियोग की मांग में विशाल रैली
कैंडललाइट एक्शन, एक प्रोग्रेसिव सिटिजन्स ग्रुप, दोपहर 2 बजे अंगुक स्टेशन के पास एक चौराहे पर नेशनल 'कैंडललाइट कल्चलरल सेलिब्रेशन' आयोजित करेगा. मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी और चार दीगर अपोजिशन पार्टियां उसी जगह पर दोपहर 3:30 बजे यून के महाभियोग की मांग करते हुए रैली आयोजित करेंगे, और शाम 5 बजे प्रदर्शनकारी एक साथ मार्च करेंगे.
कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट करेंगे यून के महाभियोग का विरोध
कंजर्वेटिव एक्टिविस्ट पादरी जीन क्वांग-हून की अगुआई में रैलियां दोपहर 1 बजे सोल के ग्वांगह्वामुन क्षेत्र के पास होंगी. जहां यून के महाभियोग का विरोध किया जाएगा और संवैधानिक न्यायालय की ओर मार्च किया जाएगा. योनहाप समाचार एजेंसी ने बताया कि इसके अलावा, एक अन्य रूढ़िवादी ईसाई समूह, सेव कोरिया, प्रार्थना सभा करेगी जो योइदो को मापो ब्रिज से जोड़ने वाली सड़क के पास आयोजित होगी.
जानिए पूरा मामला
बता दें, राष्ट्रपति यून ने 03 दिसंबर की रात को दक्षिण कोरिया में इमरजेंसी मार्शल लॉ का ऐलान किया, लेकिन संसद द्वारा इसके खिलाफ वोट किए जाने के बाद इसे निरस्त कर दिया गया. मार्शल लॉ कुछ घंटों के लिए ही लागू रहा. हालांकि चंद घटों के लिए लागू हुए मार्शल लॉ ने देश की सियासत को हिला कर रख दिया. नेशनल असेंबली राष्ट्रपति यून सुक-योल और उनकी जगह लेने वाले कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर चुकी है. डीप्टी पीएम और वित्त मंत्री चोई सांग-मोक कार्यवाहक राष्ट्रपति और कार्यवाहक प्रधानमंत्री दोनों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. ( आईएएनएस इनपुट के साथ )