Stonehenge history: ब्रिटेन में कुछ शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि उन्होंने करीब 5,000 साल पुराने स्मारक स्टोनहेंज के निर्माण के पीछे का मकसद खोज लिया है. रिसर्चर्स के इस दल का मानना है कि उनकी इस पड़ताल का एक मकसद इतिहासकारों और पुरातत्वविदों की उलझनों को भी सुलझाना था.
क्यों बनें स्टोनहेंज?
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक एक नई स्टडी में इनकी उत्पत्ति पर प्रकाश डाला गया है. इस स्टडी के मुताबिक खुलासा हुआ है कि स्टोनहेंज प्राचीन ब्रिटेन के लोगों के बीच एकता का प्रतीक था. यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन और एबरिस्टविथ यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने अपनी रिपोर्ट में ये दावा किया है कि स्टोनहेंज का निर्माण ब्रिटेन के विभिन्न क्षेत्रों के समुदायों के एकीकरण का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया गया था. उनका दावा है कि स्कॉटलैंड और वेल्स के लोगों ने सद्भावना के संकेत के रूप में हो रहे इस निर्माण में स्थानीय पत्थरों का योगदान दिया था.
जड़ों से जुड़ाव
आर्कियोलॉजी इंटरनेशनल में प्रकाशित स्टडी रिपोर्ट में स्टोनहेंज को विभिन्न समुदायों को एकजुट करने के राजनीतिक और प्रतीकात्मक प्रयासों के शुरुआती उदाहरण के रूप में रेखांकित किया गया है. शोधकर्ताओं ने स्मारक का वर्णन उस दौर के लोगों में भूमि, पूर्वजों और स्वर्ग के बीच एकता की स्मारकीय अभिव्यक्ति के रूप में किया है. शोधकर्ताओं ने तर्क दिया है कि स्टोनहेंज के लंबी दूरी के संबंध इस सिद्धांत का समर्थन करते हैं कि नवपाषाण स्मारक का मकसद प्राचीन ब्रिटेन के लोगों को परस्पर एकजुट रखना था.
FAQ
सवाल- पहले की पड़ताल में क्या खुलासा हुआ था?
जवाब- इससे पहले के रिसर्च में पता चला था कि स्टोनहेंज का उपयोग प्राचीन काल में उस दौर के अनुष्ठानों और समारोहों के लिए किया जाता था. शीतकालीन संक्रांति के दौरान, डूबता हुआ सूरज वेदी के पत्थर के साथ संरेखित होता है, जो इसके खगोलीय महत्व को बताता है. स्टोनहेंज पर मौजूद जानकारी से पता चलता है कि ये स्मारक पर हजारों साल पहले उपचार, पूर्वजों की पूजा या अंत्येष्टि संस्कार के केंद्र रहे होंगे.
सवाल- स्टोनहेंज किस बात का प्रतीक था?
जवाब- स्टोनहेंज प्राचीन ब्रिटिश समुदायों के बीच एकता और सहयोग का एक गहरा प्रतीक था.