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जेम्‍स बॉन्‍ड फिल्‍मों का 'M' कैरेक्‍टर इस टॉप लेडी जासूस के कारण बना, इंडिया से भी रहा नाता

Stella Rimington: स्टेला का भारत से भी गहरा नाता रहा है. 1960 के दशक में उन्होंने कुछ समय तक नई दिल्ली में भी काम किया था. जहां से उनकी जासूसी दुनिया की असली शुरुआत मानी जाती है.

File Photo
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Gaurav Pandey|Updated: Aug 07, 2025, 12:00 PM IST
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जासूस की दुनिया में काम करने वाले कुछ लोग हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं. इन दिनों एक ऐसी ही महिला की चर्चा हो रही जिसका निधन 90 साल की उम्र में हुआ है. ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI5 की पहली महिला प्रमुख स्टेला रिमिंगटन का सोमवार को 90 साल की उम्र में निधन हो गया. 1995 की जेम्स बॉन्ड फिल्म 'गोल्डनआई' में एम का जो किरदार नजर आया था उसके पीछे स्टेला की ही प्रेरणा मानी जाती है. खास बात ये है कि उनका भारत से भी गहरा नाता रहा है. 1960 के दशक में उन्होंने कुछ समय तक नई दिल्ली में भी काम किया था. जहां से उनकी जासूसी दुनिया की असली शुरुआत मानी जाती है.

असल में स्टेला रिमिंगटन का जन्म 1935 में लंदन में हुआ था. उन्होंने एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी साहित्य की पढ़ाई की और अभिलेखपाल के रूप में अपना करियर शुरू किया. जब वह अपने राजनयिक पति के साथ भारत आईं तो उन्हें ब्रिटेन की घरेलू सुरक्षा एजेंसी MI5 के नई दिल्ली स्थित कार्यालय में क्लर्क और टाइपिस्ट के रूप में नियुक्त किया गया. इसके बाद 1969 में लंदन लौटने पर उन्होंने MI5 में स्थायी रूप से काम शुरू किया और फिर अपने मजबूत काम के दम पर लगातार ऊंचे पदों तक पहुंचती गईं.

स्टेला ने MI5 की हर प्रमुख शाखा में जमकर काम किया. जासूसी हो, आतंकवाद विरोधी अभियान हों या चरमपंथ के खिलाफ कार्रवाई. कोल्ड वार के दौरान उन्होंने सोवियत जासूसों पर नजर रखी और कई महत्वपूर्ण मामलों में भूमिका निभाई. 1992 में जब उन्हें MI5 का महानिदेशक नियुक्त किया गया तो वे न सिर्फ इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला बनीं, बल्कि पहली ऐसी प्रमुख भी बनीं जिनकी पहचान सार्वजनिक की गई.

स्टेला की इसी ऐतिहासिक नियुक्ति से जेम्स बॉन्ड सीरीज में M का चेहरा बदला गया और पहली बार किसी महिला एक्ट्रेस जूडी डेंच को इस किरदार के लिए चुना गया. फिल्म निर्माताओं ने खुद माना कि स्टेला ही इस बदलाव की प्रेरणा रहीं. MI5 में उनके कार्यकाल के दौरान एजेंसी ने पारदर्शिता की दिशा में भी कुछ कदम उठाए. 1996 में पद से हटने के बाद उन्हें ब्रिटिश महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने डेम की उपाधि दी.

उनके परिवार के मुताबिक स्टेला ने रविवार को अपने परिवार और पालतू कुत्तों के साथ शांतिपूर्वक अंतिम सांस ली. MI5 के मौजूदा डायरेक्टर केन मैक्कलम ने कहा कि स्टेला ने दुनिया को दिखा दिया कि महिलाएं भी खुफिया एजेंसियों का नेतृत्व कर सकती हैं. उनका जीवन प्रेरणादायक रहा है और उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को रास्ता दिखाती रहेगी.

FAQ

Q1: स्टेला रिमिंगटन कौन थीं?
Ans: ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी MI5 की पहली महिला प्रमुख थीं और जेम्स बॉन्ड फिल्म की M किरदार की असली प्रेरणा मानी जाती हैं.

Q2: स्टेला रिमिंगटन का भारत से क्या संबंध था?
Ans: 1960 के दशक में उन्होंने नई दिल्ली में MI5 के दफ्तर में क्लर्क और टाइपिस्ट के रूप में काम किया था.

Q3: MI5 में स्टेला की सबसे बड़ी उपलब्धि क्या थी?
Ans: वे MI5 की पहली महिला महानिदेशक बनीं और पहली जिनकी पहचान सार्वजनिक की गई.

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