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अमेरिका और ईरान के बीच अब आर-पार! ट्रंप बोले- वन टू वन बात करेंगे, अगर नहीं समझे तो याद रखना....

US and iran talk on Nuclear Deal: ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, “हम ईरान से सीधे बात कर रहे हैं और शायद कोई समझौता हो जाए. तेहरान को परमाणु हथियार हासिल नहीं करने देंगे.” जब उनसे पूछा गया कि अगर बातचीत विफल हुई तो क्या वो सैन्य कार्रवाई करेंगे, तो ट्रंप ने साफ कहा, “मुझे ये कहना पसंद नहीं, लेकिन अगर वार्ता नाकाम रही तो ईरान बहुत खतरे में होगा. ये उनके लिए बहुत बुरा होगा.”

अमेरिका और ईरान के बीच अब आर-पार! ट्रंप बोले- वन टू वन बात करेंगे, अगर नहीं समझे तो याद रखना....
krishna pandey |Updated: Apr 08, 2025, 02:52 PM IST
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US direct talks with Iran on nuclear weapons: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि उनका देश ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर उससे सीधी बातचीत करेगा लेकिन उन्होंने साथ ही चेतावनी भी दी कि यदि यह वार्ता सफल नहीं हुई तो ईरान ‘‘बड़े खतरे’’ में पड़ जाएगा. राष्ट्रपति ट्रंप ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा कि वार्ता शनिवार से शुरू होगी. उन्होंने कहा कि तेहरान परमाणु हथियार हासिल नहीं कर सकता.

सैन्य कार्रवाई पर क्या बोले ट्रंप?
ट्रंप ने कहा, ‘‘हम उनसे सीधे बात कर रहे हैं और शायद कोई समझौता हो जाए.’’ यह पूछे जाने पर कि अगर उनके वार्ताकार ईरान के साथ समझौता नहीं कर पाते हैं तो क्या वह उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध होंगे, ट्रंप ने कहा, ‘‘मुझे यह कहना पसंद नहीं लेकिन (वार्ता असफल रहने पर) ईरान बहुत खतरे में पड़ने वाला है.’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘अगर वार्ता सफल नहीं होती है तो मुझे लगता है कि यह ईरान के लिए बहुत बुरा होगा.’’ पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के प्रशासन द्वारा ईरान के साथ किए गए ऐतिहासिक परमाणु समझौते से ट्रंप ने राष्ट्रपति के तौर पर अपने पहले कार्यकाल में अमेरिका को अलग कर लिया था.

'बेकार सौदा'
ये घोषणा इसलिए भी अहम है, क्योंकि ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल (2017-2021) में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के बनाए 2015 के परमाणु समझौते (JCPOA) से अमेरिका को बाहर कर लिया था. उस समझौते में ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने के बदले पश्चिमी प्रतिबंधों में राहत हासिल की थी. ट्रंप ने इसे “बेकार सौदा” करार देते हुए “अधिकतम दबाव” नीति अपनाई थी, जिसके बाद ईरान ने यूरेनियम संवर्धन को तेज कर दिया.

ईरान को ट्रंप दे चुके हैं चेतावनी
हाल के महीनों में ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी थी कि वो दो महीने में समझौता करे, वरना सैन्य कार्रवाई हो सकती है. ईरान ने पहले सीधी बातचीत से इनकार किया था, लेकिन अब ओमान की मध्यस्थता से अप्रत्यक्ष चर्चा की बात सामने आई थी. ट्रंप का ये नया बयान कि बातचीत “सीधी” होगी, एक बड़ा बदलाव दिखाता है.

ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था IAEA ने चेतावनी दी है कि ईरान के पास अब हथियार-ग्रेड यूरेनियम का भंडार है. इस बीच, अमेरिका ने मध्य पूर्व में अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा दी है, जिसमें बी-2 बॉम्बर और दो विमानवाहक पोत शामिल हैं. (इनपुट भाषा से भी)

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