How Much is Turkey Military Power: इजरायल से डरे अर्दोआन ने अब अपने देश की सुरक्षा के लिए तुर्किए की रक्षा तैयारियों को मजबूत करने का ऐलान किया है. ओआईसी यानी ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन की बैठक में अर्दोआन ने ऐलान किया है कि तुर्किए अब अपनी मारक क्षमता बढ़ाएगा. इसके लिए तुर्किए मध्यम और लंबी दूरी की मिसाइल बनाएगा. यानी तुर्किये अब मिसाइलों का नया जखीरा तैयार करेगा. ड्रोन बनाने के बाद अब उसकी कोशिश मिसाइल मेकर बनने की है.
तुर्किए के पास नहीं हैं ये मिसाइलें
हम आपको बताना चाहेंगे की मध्यम दूरी की मिसाइल की रेंज 3500 किलोमीटर तक होती है. जबकी लंबी दूरी की मिसाइल की रेंज 3500 किलोमीटर से ज्यादा होती है. यहां ये भी जानना जरूरी है कि तुर्किए से इजरायल की दूरी करीब 1300 किलोमीटर है. तुर्किए के पास फिलहाल अत्माका क्रूज मिसाइल है, जो समंदर में लांच होती है. इसकी रेंज लगभग 250 से 400 किलोमीटर है.
तुर्किए की SOM मिसाइल हवा से जमीन पर मार करती है. इसकी रेंज करीब 180 किलोमीटर है. तुर्किए की Gokdogan मिसाइल हवा से हवा में मार करती है. इसकी रेंज करीब 100 किलोमीटर है. तुर्किए की हवा से हवा में मार करनेवाली Bozdogan मिसाइल की रेंज करीब 25 से 35 किलोमीटर तक है.
डरे खलीफा ने किया ये ऐलान
यानी फिलहाल तुर्किए के पास इजरायल को अपनी जमीन से ही निशाना बनानेवाली मिसाइल नहीं है. इसलिए डरे हुए एर्दोआन ने मध्यम और लंबी दूरी की मिसाइल बनाने का ऐलान किया है .खलीफा बनने का सपना देखनेवाले अर्दोआन का डर इसलिए भी चर्चा का विषय है क्योंकि तुर्किए नाटो का सदस्य है.
यहां हम आपको बताना चाहेंगे कि ग्लोबल फायर पावर इंडेक्स के मुताबिक, तुर्किए दुनिया की 9वीं सबसे बड़ी ताकत है. वहीं इजरायल दुनिया की 17वीं बड़ी सैन्य ताकत है. तुर्किए का फायर पावर इंडेक्स स्कोर 0.19 है. वहीं इजरायल का फायर पावर इंडेक्स 0.27 है. यहां हम आपको ये भी बताना चाहेंगे कि कम फायर पावर इंडेक्स ज्यादा ताकत को दिखाता है. यानी यहां भी तुर्किए इजरायल से मजबूत है.
ताकत में आगे फिर भी कमजोर
तुर्की के पास 3 लाख 55 हजार की सक्रिय सेना है. वहीं इजरायल के पास 1 लाख 70 हजार सक्रिय सैनिक है. तुर्किए का सैन्य बजट 40 बिलियन डॉलर है तो इजरायल का सैन्य बजट 30 बिलियन डॉलर है. यानी कागज में हर मोर्चे पर तुर्किए इजरायल से मजबूत दिख रहा है फिर भी एर्दोआन को इतिहास से डर लग रहा है.
असल में अतीत में इजरायल ने जितनी भी जंग लड़ी है, हर लड़ाई जीती है. इजरायल ने अपने से ताकतवर माने जानेवाले देशों को भी जंग में हराया है. इसलिए एर्दोआन डरे हुए है. शायद अर्दोआन को ये भी डर सता रहा है कि अगर इजरायल ने अटैक किया तो अमेरिका नाटो का सदस्य होने के बाद भी तुर्किए का साथ नहीं देगा. इसलिए एर्दोआन ने अभी से इजरायल से मुकाबले के लिए जंग की तैयारी शुरू कर दी है.