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ईरान में तख्तापलट होगा! ट्रंप का संकेत-48 घंटे में कुछ बड़ा होगा, इजरायल-अमेरिका का ब्लूप्रिंट तैयार

Israel Iran War: ईरान और इजरायल युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तेहरान की जनता से तुरंत ही राजधानी छोड़ने को कहा है. परमाणु डील न करने पर अड़े ईरान के खिलाफ अमेरिका अब सख्त रुख अपना सकता है. 

israel iran war
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Amrish Kumar Trivedi|Updated: Jun 17, 2025, 11:04 AM IST
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Israel Iran War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल से युद्ध के मैदान में आक्रामक रुख दिखा रहे ईरान को सीधी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि ईरान परमाणु डील न करके भयंकर भूल कर रहा है. ईरान की जनता तुरंत तेहरान को खाली कर दे और सुरक्षित स्थानों पर निकल जाए. इजरायल भी ईरानी नागरिकों को ऐसी चेतावनी दे चुका है. उधर, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खमनेई की हत्या कराने की संभावना से इनकार नहीं किया है. नेतन्याहू ने कहा कि इससे युद्ध कुछ घंटो में ही खत्म हो जाएगा.

खामनेई के खात्मे की तैयारी?
ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि क्या इजरायली सेना तेहरान में जमीनी मोर्चा संभालने जा रही है, क्या खमनेई का खात्मा कर ईरान में तख्तापलट की तैयारी है. अमेरिकी राष्ट्रपति जी 7 के शिखर सम्मेलन में अपना दौरा जल्दी समेट कर वाशिंगटन लौट रहे हैं. वो सीधे राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक की अगुवाई करेंगे. माना जा रहा है कि ईरान के अड़ियल रुख को देखते हुए अमेरिका जंग में सीधे कूद सकता है. 

तेहरान तुरंत खाली करे ईरानी जनता
डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर अपने ताजा पोस्ट में कहा कि ईरानी जनता को तेहरान को तुरंत ही खाली कर देना चाहिए. हम फिर चेतावनी दे रहे हैं कि अमेरिका ईरान को परमाणु हथियार बनाने की इजाजत नहीं दे सकता है. ईरान को एटमी डील साइन कर लेनी चाहिए थी. वो सिर्फ इंसानों की जान से खेल रहा है. मैं फिर दोहरा रहा हूं कि ईरान को परमाणु बम बनाने की इजाजत नहीं दी जा सकती. G7 समिट बीच में छोड़कर जाने की वजह भी बताते हुए ट्रंप ने कहा, मतलब साफ है कि कुछ बड़ा होने वाला है.  

तेहरान बॉर्डर पर लंबा काफिला
ट्रंप के पहले नेतन्याहू भी तेहरान की जनता से शहर छोड़ने के लिए आगाह कर चुके हैं. तेहरान से बाहर जाने वाली सड़कों पर पहले ही हजारों गाड़ियों का लंबा काफिला देखा जा रहा है. विदेशी नागरिक भी अजरबैजान, आर्मेनिया के रास्ते देश छोड़ रहे हैं. तेहरान के पेट्रोल पंपों और गैस स्टेशनों पर लंबी कतारें देखी जा रही हैं.  

इजरायल विरोधी प्रस्ताव से अलग रहा अमेरिका
ट्रंप का कड़ा रुख जी7 समिट में भी सामने आया. सम्मेलन में दोनों पक्षों से तनाव घटाने का प्रस्ताव सामने आया तो अमेरिका ने उससे तुरंत ही किनारा कर लिया. व्हाइट हाउस के अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रपति को यह लग रहा है कि इजरायल औऱ ईरान का ये युद्ध तुरंत ही खत्म नहीं होगा. वो विदेश मंत्री मार्को रुबियो और खुफिया एजेंसी के अधिकारियों से लगातार अपडेट ले रहे हैं. सोमवार रात को उप राष्ट्रपति जेडी वेंस, ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ डैन कायने और अन्य सैन्य अधिकारियों की व्हाइट हाउस में अहम बैठक भी हुई. व्हाइट हाउस प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा, ज्यादातर एजेंडा पूरा हो गया है, लेकिन मध्य पूर्व के हालात को देखते हुए प्रेसिडेंट ट्रंप राष्ट्राध्यक्षों का सम्मेलन पूरा होने के बाद रात में ही स्वदेश लौटेंगे. 

जी 7 समिट में भी दिखे मतभेद
जी7 समिट में सदस्य देशों के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-ईरान युद्ध को लेकर मतभेद साफ दिखाई दिए. यूरोपीय देशों ने रूस पर औऱ कड़े प्रतिबंध लगाने के लिए ट्रंप को मनाने की नाकाम कोशिश की.कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ बातचीत में ट्रंप ने कहा, क्रीमिया पर 2014 में रूस के कब्जे के बाद जी 8 समूह से रूस को निकालना गलत था.अगर पुतिन को बाहर न निकाला गया होता तो मेरा मानना है कि रूस ने 2022 में यूक्रेन में हमला न किया होता. ट्रंप ने कहा, पुतिन ने मुझसे बातचीत की. वो और किसी से बात नहीं करते. वो उस शख्स से बात नहीं करते हैं, जो उन्हें बाहर करता है. मैं उनसे सहमत हूं. जी7 में ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और अमेरिका शामिल हैं. कनाडा के रिसॉर्ट इलाके कानास्कीस में ये सम्मेलन हो रहा है. 

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