US Tariff Threat: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, विदेश नीति और बिजनेस को लेकर लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं. दूसरी ओर चीन के बाद भारत ने भी देश हित में अपने इरादे जता दिए हैं. ट्रंप ने कहा है कि भारत अपने टैरिफ को बहुत कम करने के लिए राजी हो गया है. इससे पहले वो भारत पर बहुत अधिक टैरिफ लगाने का आरोप लगा चुके थे. ट्रंप का कहना था कि भारत के हैवी टैरिफ की वजह से अमेरिकी उत्पाद भारत में बेचना मुश्किल हो जाता है. इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि भारत और अमेरिका के बीच कारोबारी टैरिफ को लेकर बातचीत जारी है. अंदरखाने दोनों देशों के बीच क्या चल रहा है और क्या पक रहा है, आइए बताते हैं.
क्या बोले ट्रंप?
सबसे पहले आपको बता दें कि ट्रंप ने क्या कहा था, जिसके बाद तमाम अटकलों का दौर शुरू हो गया था. ट्रंप ने कहा कि भारत अपना हैवी टैरिफ कम करने के लिए मान गया है. ट्रंप की ये त्वरित टिप्पणी केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की अमेरिकी कॉमर्स मिनिस्टर हॉवर्ड लुटनिक के साथ अमेरिका में हुई मीटिंग के बाद आई. सूत्रों के मुताबिक अभी भी भारत-अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर चर्चा जारी है और इसे लेकर अभी डिटेल में कोई जानकारी सामने नहीं आई है.
सबने अमेरिका को ठगा?
ट्रंप ने ओवल ऑफिस से दिए बयान में कहा, 'आर्थिक दृष्टिकोण से, वित्तीय दृष्टिकोण से और व्यापार दृष्टिकोण से, दुनिया के लगभग हर देश ने अमेरिका को पूरी तरह और बुरी तरह से ठगा है. कनाडा, मैक्सिको और फिर आप सीधे लाइन में जाएं तो भारत भी हम पर बहुत अधिक टैरिफ लगाता है, बहुत-बहुत अधिक, इतना ज्यादा कि आप भारत में अपना कुछ भी सामान नहीं बेच सकते. ये बात सही नहीं है. यह स्वीकार्य नहीं है. ये बात प्रतिबंधात्मक है. हम तमाम दावों के बीच अंदरखाने बहुत कम व्यापार करते हैं.
ट्रंप ने कहा, 'वे इस बात पर राजी हैं कि अब वे अपने टैरिफ में कटौती करना चाहते हैं, क्योंकि सालों बाद आखिरकार कोई उन्हें उनके किए कराए की पोल खोल रहा है. यही बात चीन के साथ भी है, यही बात बाकी देशों के साथ भी है. यूरोपीयन यूनियन से सबसे ज्यादा अमेरिका को चूना लगाया है. अमेरिका का सबसे बड़ा मिसयूज इस ईयू (EU) ने किया है. लेकिन अब ये सब नहीं जाता.'
भारत-अमेरिका की बातचीत जारी: सूत्र
ट्रंप की टिप्पणी के बीच सूत्रों का कहना है कि भारत ने हाल ही में संपन्न म्युचुअल प्रॉफिट से जुड़े बाइलैट्रल ट्रेड डील के तहत ऑस्ट्रेलिया, दुबई, स्विट्जरलैंड और नॉर्वे जैसे देशों के लिए औसत टैरिफ में कमी की है. बातचीत ईयू और ब्रिटेन के साथ चल रही है. अमेरिका के साथ चल रही चर्चाओं को इसी संदर्भ में देखा जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि भारत और अमेरिका ने पिछले महीने 2025 तक पारस्परिक रूप से लाभकारी बहु-क्षेत्रीय द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) की पहली किश्त पर बातचीत करने पर सहमति जताई थी.'