What is Ceasefire: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव पर ब्रेक लग गया है. विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि दोनों देशों ने युद्धविराम यानी सीजफायर पर सहमति जताई है. भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इसकी पुष्टि की है. इसके बाद विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी यही बात कही है. हालांकि उन्होंने कहा कि भारत अपनी आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति पर कायम रहेगा. लेकिन फिलहाल दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम लागू रहेगा. उधर रूस यूक्रेन के बीच भी अब संघर्षविराम की चर्चा है. ऐसे में इस घटनाक्रम के बाद सीजफायर शब्द चर्चा में आ गया है. आइए इसकी पूरी कुंडली समझ लेते हैं.
आखिर क्या होता है सीजफायर
असल में सीजफायर का मतलब होता है संघर्ष विराम. यानी दो देशों या किसी पक्षों के बीच जारी सैन्य कार्रवाई को रोक देना. यह एक अस्थायी या स्थायी समझौता हो सकता है जिसमें दोनों पक्ष किसी तरह की गोलीबारी या हमला नहीं करते. भारत और पाकिस्तान के बीच कई बार सीजफायर की घोषणाएं हो चुकी हैं खासकर नियंत्रण रेखा LoC पर. ऑक्सफोर्ड पब्लिक इंटरनेशनल लॉ और कैम्ब्रिज डिक्शनरी के मुताबिक यह ऐसा कदम है जो शांति की दिशा में एक पहल के रूप में देखा जाता है भले ही यह पूर्ण समाधान न हो.
कैसे लागू होता है सीजफायर
सीजफायर लागू करने के लिए किसी औपचारिक संधि की जरूरत नहीं होती. यह दोनों पक्षों की आपसी सहमति से लागू किया जाता है. इस तीसरा भी कोई इसे करा सकता है. सैन्य स्तर पर इसकी घोषणा अक्सर मिलिट्री ऑपरेशन के प्रमुख की बातचीत के जरिए होती है. इसके बाद सैन्य कमान की श्रृंखला में निर्देश जारी किए जाते हैं कि किसी भी प्रकार की आक्रामक कार्रवाई रोकी जाए. कुछ मामलों में निगरानी व्यवस्था भी बनाई जाती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दोनों पक्ष इसका पालन कर रहे हैं.
सीजफायर लागू होने के बाद क्या होता है
एक बार सीजफायर लागू हो जाने के बाद दोनों पक्ष सीमित समय के लिए सैन्य कार्रवाई रोक देते हैं. इसके तहत गोलाबारी ड्रोन हमले या सीमा पार गोली चलाना बंद कर दिया जाता है. कई बार इसमें स्पष्ट समय-सीमा और शर्तें तय की जाती हैं कि किस इलाके में किस तरह का व्यवहार अपेक्षित रहेगा. इसका उद्देश्य होता है बातचीत के लिए माहौल बनाना या आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और तनाव को बढ़ने से रोकना.
सीजफायर और युद्धविराम में क्या फर्क है
हालांकि आम बोलचाल में सीजफायर और युद्धविराम को एक जैसा समझा जाता है लेकिन तकनीकी रूप से दोनों अलग हैं. युद्धविराम तब होता है जब दोनों देशों के बीच घोषित युद्ध चल रहा हो और उसे रोकने का निर्णय लिया जाए. जबकि सीजफायर तब होता है जब किसी घोषित युद्ध के बिना ही सैन्य टकराव हो रहा हो और उसे रोकने पर सहमति बने. भारत-पाकिस्तान के बीच मौजूदा स्थिति को युद्ध घोषित नहीं किया गया है. इसलिए इसे सीमित सैन्य संघर्ष के बीच हुआ सीजफायर माना जा रहा है.