trendingNow12507747
Hindi News >>दुनिया
Advertisement

Analysis: स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम प्रोग्राम क्या है, क्यों कनाडा ने किया इसे बंद? भारतीय छात्रों पर कैसे पड़ेगा असर

Canada Visa for Indian Students: कनाडा ने एक बड़ा फैसला लेते हुए स्‍टूडेंट्स को मिलने वाले त्‍वरित वीजा कार्यक्रम को बंद कर दिया है. इससे भारतीय छात्रों को बड़ा नुकसान होगा. जानिए ये स्‍टूडेंट डायरेक्‍ट स्‍ट्रीम प्रोग्राम क्‍या है?

Analysis: स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम प्रोग्राम क्या है, क्यों कनाडा ने किया इसे बंद? भारतीय छात्रों पर कैसे पड़ेगा असर
Shraddha Jain|Updated: Nov 10, 2024, 06:55 AM IST
Share

Student Direct Stream Program: भारतीय छात्रों के लिए कनाडा हमेशा से एक महत्‍वपूर्ण डेस्टिनेशन रहा है. हर साल बड़ी संख्‍या में भारतीय छात्र पढ़ने के लिए कनाडा जाते हैं. लेकिन भारत के साथ चल रही राजनीतिक तनातनी के बीच कनाडा की सरकार ने एक ऐसा फैसला ले लिया है, जिससे भारतीय समेत सभी विदेशी छात्रों को बड़ा झटका लगा है. कनाडा ने स्‍टूडेंट्स को जल्‍दी वीजा दिए जाने के लिए चलाया जाने वाला स्‍टूडेंट डायरेक्‍ट स्‍ट्रीम प्रोग्राम बंद कर दिया है. इसे फास्‍टट्रैक वीजा भी कहा जाता है.

यह भी पढ़ें: जिस चेर्नोबिल में न्यूक्लियर रेडिएशन से इंसान मर जाए, वहां 30 साल बाद मेंढक मौज काट रहे हैं! स्टडी ने चौंकाया

क्‍या है स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम (SDS) प्रोग्राम?

फास्ट-ट्रैक स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम प्रोग्राम एक ऐसी स्‍कीम थी, जिससे कनाडा में पढ़ने के लिए छात्रों को तेजी से वीजा मिल जाता है. स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम (SDS) प्रोग्राम के जरिए 20 दिनों के भीतर एप्लिकेशन को प्रोसेस करना होता था. हालांकि, इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए छात्रों को समय पर जरूरी दस्‍तावेज और बायोमेट्रिक्स आदि जमा करने पड़ते थे, साथ ही एलिजिबिलिटी क्राइटीरिया भी पूरा करना पड़ता था. लेकिन ये सारी प्रक्रियाओं को तेजी से निपटाकर छात्र महज 20 दिनों में कनाडा में पढ़ने के लिए स्टडी परमिट हासिल कर लेते थे.

यह भी पढ़ें: ट्रंप की जीत से कतई नाखुश हैं एलन मस्‍क की ट्रांस बेटी, छोड़ देंगी US में रहना

14 देशों के छात्रों को होता था लाभ

2018 में कनाडा सरकार द्वारा शुरू किए गए स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम (SDS) प्रोग्राम से भारत, चीन, फिलीपीन समेत 14 देशों के छात्रों को तेजी से वीजा पाने में मदद मिलती थी. इससे हर साल लाखों छात्रों को फायदा मिल रहा था. SDS के साथ ही कनाडा सरकार ने नाइजीरियन स्‍टूडेंट्स के लिए चलाई जा रही नाइजीरिया स्टूडेंट एक्सप्रेस (NSE) योजना भी बंद कर दी है.

यह भी पढ़ें: दुनिया की सबसे खूबसूरत मानी गई इस महिला में आखिर ऐसा क्‍या है?

बिना SDS के एप्‍लीकेशन एप्रूव होने में भारी देरी

पिछले कुछ सालों में यह देखा गया है कि SDS और नॉन-SDS आवेदकों की वीजा एप्‍लीकेशन स्‍वीकृत होने के समय में भारी अंतर था. खासतौर पर भारतीय छात्रों के मामले में यह अंतर प्रमुख तौर पर देखा जा रहा था. यही वजह थी कि ज्यादातर भारतीय छात्र SDS के जरिए स्टडी परमिट हासिल कर रहे थे. 2021 और 2022 में SDS आवेदकों का अप्रूवल नॉन-SDS आवेदकों के अप्रूवल के मुकाबले तीन गुना ज्यादा था.

स्‍कीम बंद करने के पीछे कनाडा के तर्क
अंतरराष्‍ट्रीय छात्रों के लिए बंद किए गए महत्‍वपूर्ण SDS प्रोग्राम के पीछे कनाडा सराकर ने अपने ही तर्क दिए हैं. कनाडा सरकार ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि इस पहल को 'कार्यक्रम की अखंडता को मजबूत करने, छात्र भेद्यता को संबोधित करने और सभी छात्रों को आवेदन प्रक्रिया तक समान और निष्पक्ष पहुंच प्रदान करने के लिए बंद किया जा रहा है.'

 

Read More
{}{}