आप सब आए दिन पाकिस्तान में हो रहे हिंदुओं पर जुल्म की कहानी सुनते रहते हैं. बांग्लादेश में भी हिंदुओं पर अत्याचार की खबरें आती रहती हैं. लेकिन दुनिया में एक ऐसा देश भी है. जहां पर भारत और नेपाल के बाद सबसे अधिक हिंदुओं की आबादी है और उनका दबदबा ऐसा है कि देश के प्रधानमंत्री भी हिंदू बने हैं वह भी एक बार नहीं चार-चार बार. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत और नेपाल के बाद सबसे अधिक हिंदू जनसंख्या प्रतिशत के तौर पर देखें तो मॉरीशस में सबसे अधिक हिंदू रहते हैं. World Population Review (2020) में छपी रिपोर्ट के आधार पर मॉरीशस में हिंदू आबादी का अनुमान लगभग 48.4% से 51% के बीच है.
मॉरीशस में हिंदुओं की जनसंख्या सबसे अधिक
2020 के एक अनुमान के मुताबिक, मॉरीशस में हिंदुओं की जनसंख्या वृद्धि दर 2.1% है, जो अन्य समुदायों की तुलना में बहुत तेज है. मॉरीशस में हिंदू धर्म प्रमुख धर्म है, और यहां हिंदुओं का सामाजिक दबदबा है. कई हिंदू नेता देश के प्रधानमंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं, जिससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वहां हिंदुओं का कितना दबदबा है. जबिक अन्य धर्मां में ईसाई (लगभग 30%) और मुस्लिम (लगभग 17%) हैं.
मॉरीशस में भारतीय मूल के लगभग 70% हिंदू
मॉरीशस में हिंदुओं की सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक स्थिति को जब समझेंगे तो पाएंगे कि वहां हिंदुओं का कितना दबदबा है. यहां की आबादी में भारतीय मूल के लोग लगभग 70% हैं, जिनमें अधिकांश हिंदू हैं. मॉरीशस की संस्कृति में हिंदू धर्म का गहरा प्रभाव है, और यहाँ कई खूबसूरत मंदिर हैं, खासकर समुद्र तटों पर बना ये देश पूरी दुनिया के लिए पर्यटन का अड्डा भी है.
5 में से 4 बार हिंदू पीएम
मॉरीशस में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से अब तक पांच लोग बदल-बदल कर प्रधानमंत्री बन चुके हैं. आपको जानकर ताजुब होगा कि इनमें से चार हिंदू थे. मॉरीशस में अब तक जो चार हिंदू प्रधानमंत्री हुए हैं उनमें सीवूसागुर रामगुलाम, अनिरुद्ध जगन्नाथ, नवीन रामगुलाम, और प्रविंद जगन्नाथ हैं. इनमें से यह सभी अधिकांश भारतीय मूल के हैं, जिनके पूर्वज बिहार और उत्तर प्रदेश से मॉरीशस आए थे.