David Headley: 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को एक विशेष विमान से भारत लाया गया है. अमेरिका से एनआईए की 7 सदस्यीय टीम दिल्ली लेकर आ गई है. पालम एयरपोर्ट पर विमान पहुंचा है. बता दें कि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों ने उसके आवेदन को खारिज कर दिया था. जिसके बाद उसका आखिरी प्रयास भी विफल हो गया था. 2008 के मुंबई हमलों के साजिशकर्ता में तहव्वुर राणा के बचपन का दोस्त डेविड हेडली भी था. आइए जानते हैं कौन है डेविड हेडली?
आसान हुई थी आवाजाही
2008 के मुंबई हमलों के साजिशकर्ताओं में एक डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी भी हैं. ये एक 64 वर्षीय तहव्वुर राणा का करीबी सहयोगी है. उस समय भारत में हेडली की आवाजाही तहव्वुर राणा के समर्थन से आसान हो गई थी. राणा और हेडली पाकिस्तान के बचपन के दोस्त थे, दोनों ने एक ही सैन्य स्कूल से शिक्षा प्राप्त की थी.
कौन है डेविड हेडली ?
डेविड कोलमैन हेडली, जिसका जन्म दाऊद सईद गिलानी के रूप में हुआ था, एक पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी है. मुंबई हमलों में लक्ष्यों की निगरानी करने में उसकी भूमिका ने उसे बाद की जांच में एक केंद्रीय व्यक्ति बना दिया. वाशिंगटन डीसी में पाकिस्तानी राजनयिक पिता और अमेरिकी मां के घर जन्मे हेडली ने अपने शुरुआती साल पाकिस्तान में बिताए, जहां उसने एक सैन्य बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई की. बाद में वह संयुक्त राज्य अमेरिका चला गया और फिलाडेल्फिया में एक बारमैन के रूप में काम किया.
लश्कर-ए-तैयबा से संबंध
अमेरिकी परवरिश के बावजूद, हेडली ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के साथ संबंध बनाए. बता दें कि 1998 में, उसे अमेरिका में हेरोइन की तस्करी करने का दोषी ठहराया गया और दो साल की जेल की सजा सुनाई गई. रिहा होने के बाद, उसने पाकिस्तान में अंडरकवर ऑपरेशन करते हुए अमेरिकी ड्रग प्रवर्तन प्रशासन (DEA) के साथ काम करना शुरू कर दिया. धीरे- धीरे उसने आतंक की दुनिया में अपना विस्तार किया.
हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में एक
2002 और 2005 के बीच, हेडली ने LeT द्वारा चलाए जा रहे कम से कम पांच प्रशिक्षण शिविरों में भाग लिया. इसी बीच, उसने 2006 और 2008 के बीच कई बार भारत की यात्रा की, एक व्यवसाय सलाहकार के रूप में खुद को पेश किया. इन यात्राओं के दौरान, उसने ताज महल पैलेस होटल, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और नरीमन हाउस सहित प्रमुख लक्ष्यों की गहन जानकारी हासिल की. उसकी यात्रा की सुविधा तहव्वुर राणा की अमेरिका स्थित इमिग्रेशन फर्म ने दी थी, जो हेडली के जासूसी मिशनों के लिए मुखौटा का काम करती थी.
किया था गिरफ्तार
हेडली को 2009 में अमेरिकी अधिकारियों ने डेनमार्क के एक अखबार पर हमले की योजना बनाने और मुंबई हमलों में उसकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया था. उसने 2010 में अपना अपराध स्वीकार किया और सहयोग के बदले में मृत्युदंड से बच गया. उसकी गवाही ने लश्कर-ए-तैयबा के संचालन और 26/11 हमलों में पाकिस्तान की भूमिका के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की. वह वर्तमान में अमेरिकी जेल में 35 साल की सजा काट रहा है.