Zohran Mamdani: जब से ज़ोहरान ममदानी न्यूयॉर्क के मेयर पद के उम्मीदवार के लिए नोमिनेट हुए हैं तब से वे सुर्खियों में बने हुए हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह उनकी उम्मीदवारी नहीं, बल्कि विवादित बयान है. अब उन्हें पूर्व सहयोगी की वजह से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. ममदानी की पूर्व ट्रेनी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वे गाज़ा में इज़रायल के खिलाफ चल रहे युद्ध पर बोलती नज़र आ रही हैं. उन्होंने इस संघर्ष को 'जिहाद' बताया और मुसलमानों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर आवाज़ उठाने के लिए गिरफ्तारी, नौकरी से निलंबन और डॉक्सिंग जैसे जोखिम उठाने से न डरें.
सिटी कॉलेज ऑफ न्यूयॉर्क की स्टूडेंट और कार्यकर्ता हदीका मलिक ने CUNY4Palestine के एक वेबिनार, जिसका टॉपिक था 'इस्लामिक राजनीतिक सक्रियता' के दौरान ये टिप्पणियां कीं. सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा की गई इस क्लिप में हदीका मलिक ने कहा, 'सच्चा मोमिन ( मुसलमान ) जानता है कि यह सब व्यर्थ नहीं है, यह जिहाद है, यह सब इबादत है.'
उन्होंने मुसलमानों को सक्रियता के परिणामों, जिनमें स्कूल से निलंबन या डॉक्सिंग भी शामिल है, से डरना बंद करने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा, "मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि मुसलमान यह कहना शुरू करें, 'ठीक है, तो क्या हुआ? जो करना है करो. मैं वही करूंगा जो मुझे करना है.' वीडियो में हदीका मलिक ने उन लोगों की आलोचना की, जो गाजा में 'बसने वाले उपनिवेशवाद' और 'इजरायली उत्पीड़न' के खिलाफ आंदोलन में शामिल नहीं हुए थे, जहां करीब 21 महीने के युद्ध के दौरान 58,000 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी हैं. इसमें हाल के हमले भी शामिल हैं.
वायरल वीडियो में हदीका मलिक कह रही हैं, 'अगर आप इसे अपने मुद्दे के रूप में नहीं देख रहे हैं, तो कुछ गड़बड़ है.' उन्होंने आगे कहा, 'कोई बीमारी है. कुछ ऐसा है जो अंदर ही अंदर व्यवस्था को बिगाड़ रहा है.' उन्होंने मुस्लिम कार्यकर्ताओं को भी सीधे चुनौती दी और ज़ोर देकर कहा, 'अगर आपको निलंबित कर दिया जाता है, अगर आपको डॉक्स किया जाता है. तो यह कभी भी व्यर्थ नहीं जाएगा. और सच्चे आस्तिक को इससे डर नहीं लगता.'
हदीका मलिक ने इससे पहले 2024 की गर्मियों में ज़ोहरान ममदानी के न्यूयॉर्क राज्य विधानसभा ऑफिस में कम्युनिकेशन, पॉलिसी और कॉन्स्टिट्युएंट सर्विस पर काम करते हुए एक ट्रेनी के रूप में काम किया था. उनकी लिंक्डइन प्रोफ़ाइल पर एक तस्वीर में हदीका मलिक और ज़ोहरान ममदानी एक साथ मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहे हैं. वहीं, ज़ोहरान ममदानी ने वीडियो या हदीका मलिक की टिप्पणियों पर सार्वजनिक रूप से कोई अभी तक टिप्पणी नहीं की है.
हदीका मलिक इंटरनेशन रिलेशन्स और ह्यूमन राइट्स का अध्ययन कर रही हैं. इसके अलावा वे सिटी कॉलेज में स्टूडेंट्स फॉर जस्टिस इन फिलिस्तीन चैप्टर का नेतृत्व करती हैं. साथ ही, वे सीएआईआर (अमेरिकी-इस्लामिक रिलेशनशिप काउंसिल ) के लिए आउटरीच समन्वयक के रूप में भी काम करती हैं और कॉलिन पॉवेल स्कूल फॉर सिविक एंड ग्लोबल लीडरशिप में नस्लीय न्याय फेलो के रूप में कार्य करती हैं. जबकि इस साल की शुरुआत में एक अन्य घटना के दौरान हदीका मलिक को एक फिलिस्तीन समर्थक रैली में न्यूयॉर्क पुलिस अफसरों से भिड़ते हुए देखा गया था, जहां वह एक मुस्लिम अधिकारी पर निशाना साधती नजर आईं. इस दौरान वे 'चलो सूअरों के बैज पढ़ते हैं' वह अधिकारियों के नाम ज़ोर से पढ़ते हुए चिल्लाई, और आगे कहा, 'जो सूअर खुद को इस्लाम के नाम से पुकार सकते हैं-उनके नाम पर थोड़ा सम्मान तो रखो!इस टकराव की फुटेज सोशल मीडिया पर खूब शेयर की गई.
F&Q
सवाल:- जोहरान ममदानी कौन हैं?
जवाब:- ज़ोहरान ममदानी अमेरिकी राजनीतिज्ञ हैं, जो न्यूयॉर्क राज्य की विधानसभा के सदस्य हैं और 2025 के मेयर चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हैं.
सवाल:- जोहरान ममदानी के माता-पिता कौन हैं?
जवाब:- जोहरान ममदानी के पिता महमूद मामदानी हैं, जो एक प्रतिष्ठित पोस्टकोलोनियल स्टडी एक्सपर्ट्स और कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. उनकी माता मीरा नायर एक प्रसिद्ध भारतीय-अमेरिकी फिल्म निर्माता हैं.