नई दिल्लीः Dhanteras 2024: धनतेरस का त्योहार 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा. धनतेरस का त्योहार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाएगा. इस दिन से दिवाली की भी शुरुआत होती है. धनतेरस को धन त्रयोदशी व धन्वंतरि त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है. धनतेरस पर पांच देवताओं, गणेश जी, मां लक्ष्मी, ब्रह्मा,विष्णु और महेश की पूजा होती है.
धनतेरस पर समुद्र मंथन के समय कलश के साथ माता लक्ष्मी का अवतरण हुआ था. उसी के प्रतीक के रूप में ऐश्वर्य वृद्धि, सौभाग्य वृद्धि के लिए बर्तन खरीदने की परंपरा शुरू हुई.
ज्योतिषाचार्य डॉ. अनीष व्यास के मुताबिक, इस दिन नए उपहार, सिक्का, बर्तन व गहनों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है. शुभ मुहूर्त में पूजन करने के साथ सात धान्यों की पूजा की जाती है. सात धान्य में गेहूं, उड़द, मूंग, चना, जौ, चावल और मसूर शामिल होता है.
धनतेरस के दिन चांदी खरीदना शुभ माना जाता है. भगवान धन्वंतरि की पूजा से स्वास्थ्य और सेहत मिलता है. इस दिन ही दीपावली की रात लक्ष्मी गणेश की पूजा हेतु मूर्ति भी खरीदते हैं.
1. इस दिन धन्वंतरि का पूजन करें.
2. नया झाड़ू और सूपड़ा खरीदकर उनका पूजन करें.
3. सायंकाल दीपक प्रज्वलित कर घर, दुकान आदि को श्रृंगारित करें.
4. मंदिर, गोशाला, नदी के घाट, कुओं, तालाब, बगीचों में भी दीपक लगाएं.
5. यथाशक्ति तांबे, पीतल, चांदी के गृह-उपयोगी नवीन बर्तन और जेवर खरीदना चाहिए.
6. हल जुती मिट्टी को दूध में भिगोकर उसमें सेमर की शाखा डालकर तीन बार अपने शरीर पर फेरें.
7. कार्तिक स्नान करके प्रदोष काल में घाट, गौशाला, बावड़ी, कुआं, मंदिर आदि स्थानों पर तीन दिन तक दीपक जलाएं.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.)
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