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पाकिस्तान छोड़िए अब चीन की सुरक्षा में भी सेंध लगा देगी इंडियन एयरफोर्स, अटैक देख लिया अब डिफेंस से धधक उठेगा आसमान

DRDO, IAF Collaboration EW: एक अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (EW) प्रणाली विकसित की जा रही है. यह DRDO के साथ मिलकर खुद इंडियन एयरफोर्स बना रही है. आइए जानते हैं इसके बारे में

पाकिस्तान छोड़िए अब चीन की सुरक्षा में भी सेंध लगा देगी इंडियन एयरफोर्स, अटैक देख लिया अब डिफेंस से धधक उठेगा आसमान

IAF EW System to Counter AWACS: अब युद्ध जमीन पर नहीं हवा में लड़ा जाता है और इसके लिए हर वो चीज भारत के लिए जरूरी है, जो उसे हवाई हमले और डिफेंस में मजबूत करे. अब इसी दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाया गया है. रक्षा सूत्रों के अनुसार, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और भारतीय वायु सेना (IAF) एक अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक युद्ध (EW) प्रणाली विकसित करने की योजना पर काम कर रहे हैं, जिसे एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AWACS) विमानों को जाम करने और संभावित रूप से निष्क्रिय करने के लिए डिजाइन किया गया है.

AWACS को उड़ने वाले रडार स्टेशन कहा जाता है. यह वायु सेनाओं के लिए महत्वपूर्ण संसाधन हैं, जो विमानों का पता लगाने और उन पर नजर रखने के लिए शक्तिशाली रडार सिग्नल प्रसारित करके वास्तविक समय में स्थिति की जानकारी प्रदान करते हैं.

हालांकि उनके हाई पावर वाले रडार इमिशन उन्हें 'उत्सर्जक' बनाते हैं, जिससे दुश्मन के इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियों द्वारा उनका पता लगाया जा सकता है. इन उत्सर्जनों का पता लगाया जा सकता है और उन्हें लक्षित किया जा सकता है, जिससे उन्नत इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्लेटफार्मों से AWACS को जाम होने या यहां तक कि शारीरिक क्षति भी पहुंचाई जा सकती है.

रूस ने किया भारी निवेश
रूस जैसे देशों ने Krasukha-4 जैसी परिष्कृत भूमि-आधारित इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियों में भारी निवेश किया है, जो AWACS और अन्य हवाई पूर्व चेतावनी एवं नियंत्रण (AEW&C) प्लेटफार्मों सहित हवाई रडारों को जाम करने में सक्षम हैं. कुछ प्रणालियों में अधिकतम शक्ति पर 'इलेक्ट्रॉनिक चिप्स को जलाने' की क्षमता होती है, जिससे संवेदनशील एवियोनिक्स को संभावित रूप से शारीरिक क्षति हो सकती है. हालांकि AWACS इलेक्ट्रॉनिक प्रति-प्रतिउपायों (ECCM) से लैस होते हैं—जैसे आवृत्ति हॉपिंग, पावर प्रबंधन और उन्नत सिग्नल प्रोसेसिंग, लेकिन ये सुरक्षा शक्तिशाली, अच्छी तरह से तैनात इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणालियों द्वारा पराजित हो सकती हैं. खासकर यदि AWACS जामिंग रेंज के भीतर उच्च ऊंचाई पर संचालित होता है.

AWACS का मुकाबला करने के लिए एक EW प्रणाली विकसित करना महत्वपूर्ण तकनीकी चुनौतियों से भरा है. AWACS प्लेटफॉर्म को जैमिंग से बचाने के लिए इसमें मजबूत ECCM क्षमताओं, जिनमेंफ्रीक्वेंसी एजिलिटी और उन्नत सिग्नल प्रोसेसिंग शामिल होती है. इस सिस्टम को वैसे ही डिजाइन किया गया है. इन सुरक्षाओं पर विजय पाने के लिए उच्च-शक्ति आउटपुट, सटीक लक्ष्यीकरण और अनुकूली जैमिंग तकनीकों की आवश्यकता होती है.

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