DRDO developing Air launched Pinaka rocket: भारत अपनी तीनों सेनाओं की ताकत में जबरदस्त इजाफा कर रहा है. इसके पीछे सबसे अहम रोल DRDO का है, जो समय की मांग और दुनिया में बदलती जंग की तस्वीर को देखते हुए एडवांस हथियार न केवल डेवलप कर रहा है, बल्कि समय पर मुहैया भी करा रहा है. इसी कड़ी में, DRDO की एक प्रमुख संस्था आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टैब्लिशमेंट (ARDE) एक नए प्रोजेक्ट पर काम कर रही है. इस प्रोजेक्ट के तहत, जमीन से तबाही मचाने वाले 'पिनाका' रॉकेट सिस्टम को अब हवा से भी लॉन्च करने की क्षमता देना है. आइए इस प्रोजेक्ट की तैयारियों और पिनाका की खासियतों को आसान भाषा में समझते हैं.
पिनाका रॉकेट सिस्टम का नया अवतार
वैसे तो 'पिनाका' को मूल रूप से भारतीय सेना के लिए एक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर के रूप में विकसित किया गया था, जो एक साथ कई रॉकेट दागकर दुश्मन के बड़े इलाकों में तबाही मचा सकता था. इस सिस्टम की मारक क्षमता को कारगिल युद्ध के दौरान दुनिया ने देखी थी.
अब, इसका एक हवाई संस्करण तैयार किया जा रहा है. यह नई प्रणाली इंडियन एयरफोर्स के फ्रंटलाइन फाइटर विमानों, सुखोई Su-30MKI, डसॉल्ट मिराज-2000, राफेल, और HAL तेजस में एकीकृत यानी इंटीग्रेट की जाएगी. इसका मुख्य उद्देश्य महंगे आयातित हथियारों के लिए एक स्वदेशी और लागत-प्रभावी ऑप्शन देना है.
क्या होगी 'एयर-लॉन्च पिनाका' की खासियत?
इस नए एयर-लॉन्च पिनाका की सबसे बड़ी खासियत इसकी सटीकता और मारक क्षमता है. जहां जमीनी पिनाका एक बड़े क्षेत्र को निशाना बनाता है, वहीं इसका हवाई संस्करण एक 'प्रेसिजन-गाइडेड' हथियार होगा. इसका मतलब यह है कि यह दुश्मन के हाई-मूल्य वाले ठिकानों जैसे कमांड सेंटर, लॉजिस्टिक्स हब, और बंकरों को पिन-पॉइंट सटीकता के साथ नष्ट कर सकेगा.
इतना ही नहीं, इस सिस्टम में लंबी दूरी वाले पिनाका-IV का इस्तेमाल किया जा सकता है, जिसकी रेंज 300 किलोमीटर तक हो सकती है. इसके अलावा, पिनाका-III भी एक संभावित विकल्प है, जिसकी रेंज 120 किलोमीटर है.
साथ ही, यह नया सिस्टम पारंपरिक रॉकेटों की तरह एक डिसाइडेड टारगेट के बजाय, दुश्मन की एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा देने के लिए अपनी उड़ान को कंट्रोल कर सकता है, जिससे इसे मार गिराना बेहद मुश्किल हो जाएगा. बता दें, यह क्षमता DRDO की प्रलय मिसाइल से प्रेरित है.
ये भी पढ़ें- जापानी I3 टेक्नोलॉजी इंडियन एयरफोर्स के लिए 'खजाना', सीधे 6वीं पीढ़ी का फाइटर जेट बनकर होगा तैयार; जानें कैसे
कैसे स्वदेशी तकनीक देगी भारत को बढ़त?
यह प्रोजेक्ट भारत के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत ही है. एयर-लॉन्च पिनाका, इंडियन एयरफोर्स को न केवल एक नया और शक्तिशाली हथियार देगा, बल्कि यह विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर भारत की निर्भरता को भी कम करेगा.
ऐसे में यह सिस्टम, IAF के मौजूदा हथियारों ब्रह्मोस-ए और स्कैल्प मिसाइल के पूरक के रूप में काम करेगा, जिससे जंग के मैदान में भारत के पास विकल्पों की एक विस्तृत मिसाइल सीरीज होगी.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.