IAF may Buy Su-57 Fighter Jet: चीन और पाकिस्तान भारत से आगे निकलने के सपने पाले बैठे हैं. इसके लिए दोनों देश तेजी से जाल बुन रहे हैं. हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर में भारत की ब्रह्मोस मिसाइलों ने पाकिस्तान की हवाई सुरक्षा को भेदकर चीनी मूल के J-17 थंडर और J-10सी विमानों को नष्ट कर दिए थे. तब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने कहा कि उनके पास इन मिसाइलों का जवाब देने के लिए केवल 30-45 सेकंड थे, जिससे परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ गया. इस संघर्ष ने भारत की मौजूदा तकनीकी ताकत को दिखाया, लेकिन यह भी साफ हुआ कि हवाई युद्ध तेजी से बदल रहा है.
चीन और पाक बुन रहे साजिश का जाल
चीन ने हाल ही में पाकिस्तान को 40 J-35A स्टील्थ विमान, KJ-500 हवाई चेतावनी विमान और HQ-19 हवाई रक्षा प्रणाली देने का प्रस्ताव रखा. इस सौदे की कीमत करीब 4.6 अरब डॉलर हो सकती है. फिलहाल तो ये सौदा टल गया है. फिर भी भविष्य में इस सौदे के होने की संभावना है. यह कहा जा रहा है कि पाकिस्तानी पायलटों ने चीन में J-35 के का 6 महीने से ज्यादा प्रशिक्षण लिया है.
ये जेट खरीद सकता है भारत
चीन और पाक से निपटने के लिए भारत को जल्द ही रूस का Su-57 फाइटर जेट खरीदना पड़ सकता है. यह एक पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जो स्टील्थ तकनीक, हाई स्पीड और मल्टी रोल क्षमताओं से लैस है. यह विमान सीरिया और यूक्रेन में युद्ध में आजमाया जा चुका है. Su-57 की F-35 से कई मायनों में आगे बताया जाता है.
ब्रह्मोस से हो सकता है इंटीग्रेशन
भारत के पास पहले से ही रूसी मूल के Su-30MKI विमान चलाता हैं, इस कारण Su-57 को आसानी से अपने बेड़े में शामिल किया जा सकता है. यह विमान भारत के ब्रह्मोस मिसाइलों के साथ भी आसानी से इंटीग्रेशन कर लेगा.
F-35 की कमियां उजागर हो गईं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फरवरी 2025 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाशिंगटन दौरे के दौरान F-35 विमान देने की पेशकश की. लेकिन मई 2025 में केरल में एक ब्रिटिश F-35B की आपात लैंडिंग ने इस विमान की कमियों को उजागर किया. इस विमान की मरम्मत में समय लगा और अमेरिकी सहायता की जरूरत पड़ी.