Su-57 Vs J-35 Fighter Jet: पाकिस्तान को चीन से 40 J-35 फाइटर जेट मिलने वाले हैं. स्टील्थ तकनीक वाले ये लड़ाकू विमान मिलने पाक की सैन्य ताकत में इजाफा करेंगे. कुछ विशेषज्ञों ने इसे भारत के लिए चिंताजनक बताया है. लेकिन भारत चाहे तो चीन के इस J-35 फाइटर जेट से निपटने के लिए अपनी रणनीति मजबूत कर सकता है. फिलहाल भारत के पास तीन ऑप्शन हैं. पहला, AMCA फाइटर जेट के बनने तक इंतजार करना. दूसरा विकल्प, रूस से Su-57 खरीदना. तीसरा विकल्प है, अमेरिका से F-35 खरीदना.
रिटायर्ड ग्रुप कैप्टन बोले- AMCA तैयार होने में लगेगा टाइम
रिटायर्ड ग्रुप कैप्टन अजय अहलावत ने कहा है कि AMCA भारत का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है. इसे भारत की एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) वायुसेना और नौसेना मिलकर बना रही हैं. 2028-29 तक इसका प्रोटोटाइप तैयार होगा. इसे वायु सेना के बेड़े में शामिल करने में कम से कम 10 साल लगेंगे, यानी 2035 तक का टाइम लग सकता है.
IAF विशेषज्ञ बोले- भारत इस जेट पर खेले दांव
IAF विशेषज्ञ कहते हैं कि पाकिस्तान को J-35 मिलने से भारत की चिंता बढ़ेगी. इसके लिए भारत को जल्द ही स्टील्थ जेट खड़ा कर लेना चाहिए. लेकिन इसमें फिलहाल टाइम लगेगा, इसलिए भारत को रूस से Su-57 जेट खरीदने की योजना बना लेनी चाहिए. अमेरिकी F-35 की बजाय विशेषज्ञ Su-57 को तरजीह देते हैं.
रिटायर्ड एयर मार्शल बोले- F-35 से Su-57 बेहतर है.
भारतीय वायु सेना के रिटायर्ड एयर मार्शल संजीव कपूर ने कहा कि AMCA को शामिल करने में 9-10 साल लग जाएंगे. तब तक भारत को रूस से Su-57 जेट खरीद लेना चाहिए. यह सौदा सरकार-से-सरकार यानी G2G के तहत होना चाहिए. बता दें कि राफेल डील भी G2G ही थी. Su-57 के साथ अच्छी बात है कि ये भारत के देसी हथियारों और उपकरणों के साथ इंटीग्रेट हो सकता है. ये कई मामलों में F-35 से बेहतर है.