Su-30MKI Fighter Jet Upgrade for Future: भारत ने पांचवी पीढ़ी के फाइटर जेट पर काम शुरू कर दिया है. भारतीय वायुसेना के लिए एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) का निर्माण हो रहा है. लेकिन भारत चाहे तो अपने एक 4.5-पीढ़ी के मल्टीरोल फाइटर जेट को छठी पीढ़ी के लड़ाकू विमान के तौर पर विकसित कर सकता है. आईडीआरडब्ल्यू में छपी एक रिपोर्ट कहती है कि अब टाइम आ गया है कि सुखोई फाइटर जेट को Su-30MKI को छठी पीढ़ी में कन्वर्ट किया जाए.
Su-30MKI बन सकता है छठी पीढ़ी का तगड़ा जेट
रिपोर्ट बताती है कि Su-30MKI फाइटर जेट 2030 के दशक तक IAF के बेड़े से अप्रासंगिक होने लगेगा. टाइम आ गया है कि इंडियन एयर फोर्स 30-टन के इस वर्कहॉर्स के लिए छठी पीढ़ी का कार्यक्रम को शुरू करे. इसकी ताकत इतनी अधिक हो सकती है कि ये पांचवीं पीढ़ी के AMCA को पीछे छोड़ देगा. इसको लेकर साल 2040 तक परीक्षण शुरू कर देना चाहिए.
AMCA से इन मामलों में हो सकता है आगे
भारत के पास 270 से ज्यादा Su-30MKI फाइटर जेट हैं. लेकिन इसके एयरफ्रेम और सिस्टम 2030 के दशक के आखिर तक उभरते हुए खतरों का सामना कर सकते हैं. 2030 के दशक के मध्य तक भारत AMCA का उत्पादन शुरू कर सकता है. ये एक तरह से Su-30MKI को रिप्लेस कर सकते हैं. लेकिन AMCA फाइटर जेट Su-30MKI की मल्टीरोल क्षमताओं को पूरी तरह से रिप्लेस नहीं कर सकता. Su-30MKI लंबी दूरी के हमले कर सकता है, भारी पेलोड डिलीवर कर सकता है, ये इसकी बड़ी खूबियां हैं.
भारत को होंगे ये फायदे
- यदि Su-30MKI को छठी पीढ़ी में कन्वर्ट किया जाता है तो ये 1500 किलोमीटर से तक निशाना साध सकता है.
- मजबूत सेंसर, डीईडब्ल्यू स्टील्थ लड़ाकू विमानों और ड्रोन के खिलाफ मजबूती से लड़ सकता है.
- CATS वारियर या फ्यूचरिस्टिक मानवरहित लड़ाकू विमान (FUFA) की कमान संभालकर जोखिम वाले मिशनों को अंजाम दे सकता है
चीन और पाक की ताकत बढ़ रही है
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स यानी PLAAF छठी पीढ़ी के फाइटर जेट तेजी से बना रही है. इसमें J-36 और J-50 जैसे प्रोटोटाइप 2030 के दशक तक शुरू हो सकते हैं. पाकिस्तान भी 40 या 50 चीनी J-35A स्टील्थ लड़ाकू विमानों को लेने वाला है, जो चीनी सेंसर से लैस हैं. इनसे मुकाबला करने के लिए छठी पीढ़ी का Su-30MKI अहम हो सकता है.