Tejas mk2 fighter jets: भारतीय वायुसेना अपने पुराने लड़ाकू विमानों को बदलने का काम तेजी से कर रही है. ताकि भविष्य में दुश्मन से चुनौती मिले तो डटकर मुकाबला किया जा सके. अब इसी कड़ी में भारतीय वायुसेना Mirage-2000 पुराने बेड़े को रिप्लेस करने वाली है. इसकी जगह 4.5-जेनरेशन का एक मीडियम रेंज वाला फाइटर जेट है लेगा. ये फाइटर जेट भारत का अपना, यानी स्वदेशी है. इस बार IAF ने रिप्लेसमेंट के लिए किसी रूसी विमान को नहीं चुना है.
तेजस MkII लेगा मिराज-2000 की जगह
रिपोर्ट्स बताती हैं कि भारतीय वायुसेना जल्द ही तेजस MkII को शामिल करने वाली है. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की Aeronautical Development Agency (ADA) और Hindustan Aeronautics Limited (HAL) द्वारा विकसित किया गया है. तेजस MkII भारत का सबसे बड़ा और सबसे उन्नत मीडियम रेंज का स्वदेशी फाइटर जेट होगा. भारत अब रूसी MiG-29 और Su-30 MKI जैसे जेट्स पर से अपनी डिपेंडेंसी घटा रहा है.
तेजस MkII कहलाता है MWF
तेजस MkII को Medium Weight Fighter (MWF) भी कहा जाता है. ये भी Rafale की तरह डेल्टा-विंग और canard डिजाइन वाला जेट है, जो lift, maneuverability और angle of attack को बेहतर बनाता है. इसमें 50% से अधिक composite materials और radar-absorbent materials (RAM) का उपयोग RCS को कम करता है.
स्पीड कितनी, इंजन कौनसा लगा है?
तेजस MkII में GE F-414 INS6 इंजन है, जो 98 kN का थ्रस्ट देता है, जिसका thrust-to-weight ratio (TWR) 0.95 है. यह Mach 1.8 की टॉप स्पीड और 1,500 किमी की कॉम्बैट रेडियस देता है. इसमें स्वदेशी उत्तम AESA रडार है, जो 150–200 किमी की दूरी पर लक्ष्य का पता लगाता है. इसका ग्लास कॉकपिट राफेल की तरह ही है.
कौनसे हथियार, कितना पेलोड?
तेजस MkII 6.5 टन के हथियार ले जा सकता है, जिसमें Astra Mk1/Mk2, Rudram, BrahMos-NG और Nirbhay मिसाइलें शामिल हैं. यह राफेल जितना पेलोड नहीं ले जा सकता, लेकिन इतना ले जा सकता है जितना स्थानीय खतरे को देखते हुए पर्याप्त है.