Independence Day Special 2025: भारत में स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त को मनाया जाने वाला एक अत्यंत महत्वपूर्ण और विशेष अवसर है. यह दिन 1947 में ब्रिटिश शासन के अंत का प्रतीक है, जो देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. यह दिन न केवल भारत की स्वतंत्रता का उत्सव है, बल्कि उन असंख्य व्यक्तियों को श्रद्धांजलि भी है जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया. स्वतंत्रता की यात्रा लंबी और कष्टदायक रही, जिसमें नेताओं और आम लोगों, दोनों के संघर्ष और बलिदान शामिल थे. इसमें विभिन्न पृष्ठभूमियों और क्षेत्रों के लोग एक साझा उद्देश्य के लिए एकजुट हुए.
यह आंदोलन 20वीं सदी के आरंभ में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों, सामाजिक सुधारों और स्वशासन की बढ़ती मांग के साथ शुरू हुआ. महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और कई अन्य प्रभावशाली नेताओं ने इस उल्लेखनीय प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
सबसे प्रभावशाली पहलुओं में नारे भी
स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे प्रभावशाली पहलुओं में से एक नारों का प्रयोग था. ये नारे सिर्फ यादगार वाक्यांशों से कहीं ज्यादा थे. ये लोगों को प्रोत्साहित करने और एकता व देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देने के एक शक्तिशाली साधन के रूप में काम करते थे. इन्होंने लाखों लोगों को संघर्ष में शामिल होने और अपनी सामूहिक शक्ति में विश्वास दिलाने के लिए प्रेरित किया. इन नारों ने प्रतिरोध की भावना को आत्मसात किया.
यहां 10 यादगार नारे दिए गए हैं जो स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक हैं और इस देशभक्ति दिवस पर विचार करने और प्रियजनों के साथ साझा करने लायक हैं.
1. 'मैं उस अदृश्य एकता का हिस्सा हूं जो भारतीय राष्ट्रीयता है.'- मौलाना अब्दुल कलाम आजाद
2. 'दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे, आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे.' - चन्द्र शेखर आज़ाद
3. 'तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा.'-नेताजी सुभाष चंद्र बोस
4. 'सत्यमेव जयते' - पंडित मदन मोहन मालवीय
5. 'आजादी दी नहीं जाती; ली जाती है। अपने अधिकारों के लिए लड़ो.'- लाला लाजपत राय
6. 'वे मुझे मार सकते हैं, लेकिन मेरे विचारों को नहीं मार सकते. वे मेरे शरीर को कुचल सकते हैं, लेकिन मेरी आत्मा को नहीं कुचल सकते.' - भगत सिंह
7. 'एक राष्ट्र तभी उन्नति कर सकता है जब उसके लोग शिक्षित हों.'- पंडित मदन मोहन मालवीय
8. 'स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा.' - बाल गंगाधर तिलक
9. 'किसी देश की महानता उसके प्रेम और त्याग के अमर आदर्श में निहित है जो उस जाति की माताओं को प्रेरित करते हैं.' - सरोजिनी नायडू
10. 'मंत्र है करो या मरो. हम या तो भारत को आजाद कराएंगे या इस प्रयास में अपनी जान गंवा देंगे. हम गुलामी को जारी होते देखने के लिए जीवित नहीं रहेंगे.' - महात्मा गांधी
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