Modi CCS Meeting update: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के मंत्रियों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें की. एक सप्ताह पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों (जिनमें अधिकतर पर्यटक थे) की मौत हो गई थी, प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता करने से पहले सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक की अध्यक्षता की.
22 अप्रैल को दहशतगर्दों ने नापाक साजिश को अंजाम दिया. इसके बाद 23 अप्रैल को CCS की बैठक हुई और अब बुधवार को फिर CCS की अहम मीटिंग हुई. ये बैठक बहुत अहम हैं, क्योंकि 23 अप्रैल को हुई CCS की बैठक के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ डिप्लोमैटिक स्ट्राइक की थी. क्या अब सैन्य कार्रवाई की बारी मानी जा सकती है. खैर ये तो बैठक में क्या हुआ, इसके सामने आने के बाद ही साफ हो पाएगा.
राजनीतिक मामलों की कैबिनेट समिति को 'सुपर कैबिनेट' के रूप में जाना जाता है क्योंकि इसमें केंद्रीय मंत्रिमंडल के शीर्ष मंत्री शामिल होते हैं. CCPA की आखिरी बैठक 2019 में पुलवामा आतंकी हमले के बाद हुई थी, जिसके बाद भारत ने बालाकोट हवाई हमले के साथ जवाब दिया था.
ये अहम बैठकें प्रधानमंत्री द्वारा मंगलवार को नई दिल्ली में अपने आवास पर बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक के एक दिन बाद हुई है. मोदी ने मंगलवार को बैठक में भारतीय सशस्त्र बलों को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का जवाब देने के लिए खुली छूट दे दी थी.
CCS,CCPA में कौन-कौन होता है शामिल
CCS में पीएम समेत कुल 5 मंत्री होते हैं. इसमें पीएम , गृहमंत्री , रक्षामंत्री , वित्तमंत्री , विदेश मंत्री होते हैं. इसके अलावा NSA , पीएम के दोनों प्रधान सचिव , रक्षा , वित्त, विदेश और गृह सचिव इस बैठक में मौजूद रह सकते हैं.
वहीं, सीसीपीए की बैठक यानी कैबिनेट कमेटी ऑन पोलिटिकल अफेयर्स में पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह , रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी , स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण , केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी , पीयूष गोयल, सर्वानंद सोनोवाल , राम मोहन नायडू , भूपेंद्र यादव , अन्नपूर्णा देवी , किरेंन रिजीजू , किशन रेड्डी शामिल होते हैं.
इसके बाद कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स की बैठक भी होती है, जिसमें पीएम मोदी , राजनाथ सिंह , अमित शाह , गडकरी , शिवराज चौहान , निर्मला सीतारमण , एस जयशंकर , एचडी कुमार स्वामी , पीयूष गोयल , धर्मेंद्र प्रधान , ललन सिंह मौजूद रहते हैं. जहां इसके बाद पूरी कैबिनेट की बैठक भी होती है.
पहलगाम आतंकी हमला
22 अप्रैल की दोपहर को पांच से छह आतंकवादियों ने पहलगाम से करीब 5 किलोमीटर दूर बैसरन घास के मैदान में पर्यटकों के एक समूह पर गोलीबारी की. घास के मैदान जिसे 'मिनी स्विट्जरलैंड'भी कहा जाता है, वहां तक केवल पैदल या घोड़े की पीठ पर ही पहुंचा जा सकता है. पहलगाम नरसंहार हाल के वर्षों में कश्मीर घाटी में सबसे घातक नागरिक हमलों में से एक था.
लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी ली है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आतंकवादी आसपास के देवदार के जंगलों से निकले और पिकनिक मना रहे, टट्टू की सवारी कर रहे या खाने के स्टॉल पर खाना खा रहे लोगों पर गोलियां चलाईं. पीड़ितों में से ज्यादातर पर्यटक थे, जिनमें एक नेपाली और दो स्थानीय लोग भी शामिल थे.
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