Brahmos Advance Missile: ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान को ऐसी ताकत दिखाई, जिसके सामने वह 4 दिन ही टिक पाया और फिर खुद-ब-खुद घुटने टेक दिए. ऑपरेशन सफल होने के बाद ये बात भी सामने आई थी कि भारत ने ब्रह्मोस मिसाइलों से पाकिस्तान के एयरबेस को तबाह किया था. खास बात ये है कि पाक के पास चीन के तगड़े एयर डिफेंस सिस्टम जैसे HQ-16 थे, लेकिन वह भारत के 'ब्रह्मास्त्र' को नहीं रोक पाए. अब पाकिस्तान के लिए चिंता की खबर है कि भारत और रूस मिलकर ब्रह्मोस का एडवांस वर्जन बनाने वाले हैं.
यहां बन सकती हैं एडवांस वर्जन वाली मिसाइलें
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत और रूस के बीच ब्रह्मोस का एडवांस वर्जन बनाने को लेकर बातचीत चल रही है. इसी महीने की 11 तारीख को यूपी की राजधानी लखनऊ में ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट का उद्घाटन हुआ, अब एडवांस वर्जन वाली ब्रह्मोस मिसाइलें इसी कारखाने में तैयार की जा सकती हैं. यह कारखाना 80 हेक्टेयर में फैला है, जो यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत निर्मित हुआ है.
ब्रह्मोस एडवांस में हो सकती हैं ये खूबियां
ब्रह्मोस एडवांस की खूबियों का भी तक खुलासा नहीं हुआ है. लेकिन अनुमान है कि इसमें निम्न खूबियां हो सकती हैं:-
- ब्रह्मोस एडवांस मिसाइल की स्पीड 4 या 5 मैक हो सकती है, ये इसे दुनिया की सबसे तेज क्रूज मिसाइलों में से एक बनाएगी.
- इस मिसाइल की रेंज बढ़कर 700 किलोमीटर से ऊपर जा सकती है, ताकि लंबी दूरी पर टारगेट को निशाना बना पाए.
- इस मिसाइल में लेटेस्ट नेविगेशन सिस्टम का इस्तेमाल हो सकता है, जो सैटेलाइट-बेस्ड होगा.
- ब्रह्मोस के एडवांस वर्जन में स्टील्थ तकनीक को अधिक मजबूत किया जा सकता है, ताकि रडार से ओझल रहे.
चीन-पाकिस्तान के पास नहीं इसका तोड़
ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान ब्रह्मोस मिसाइल नहीं रोक पाया. इससे पहले साल 2022 में 9 मार्च को भारत ने गलती से हरियाणा के अंबाला से पाकिस्तान पर ब्रह्मोस मिसाइल फायर कर दी थी. लेकिन पाक के एयर डिफेंस सिस्टम इसे भी नहीं रोक पाए थे. पाक के पास चीन की वायु रक्षा प्रणालियां हैं, इसका मतलब चीन भी इस मिसाइल को रोकने में अक्षम है.
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