Advanced Military Drone Sabal 50: भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हालिया संघर्ष के दौरान ड्रोन वॉर भी हुआ. पाक ने जासूसी और अटैक के लिए ड्रोन भेजे, लेकिन अपने मंसूबों में नाकाम रहे. लेकिन 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान ये बात तो स्पष्ट हो चुकी कि भविष्य की लड़ाइयों में ड्रोन अहम भूमिका निभा सकते हैं. ऐसे में भारत भी अपनी ड्रोन पावर को बूस्ट करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. IIT कानपुर ने भारत का सबसे एडवांस मिलिट्री ड्रोन विकसित कर लिया है.
'सबल-50' है ये शक्तिशाली सैन्य ड्रोन
रिपोर्ट बताती हैं कि IIT कानपुर ने 'सबल-50' नाम से संभवतः विश्व का सबसे शक्तिशाली सैन्य ड्रोन बना लिया है. जल्द ही इसे लॉन्च भी किया जा सकता है. सबल-50 ड्रोन फिलहाल पायलट फेज में है. ये अपने पुराने वर्जन 'सबल-20' से कई मायनों में आगे है. सबल-20 को भारतीय सेना के पूर्वी कमांड ने लॉजिस्टिक्स मिशनों के लिए तैनात कर रखा है.
17000 फीट की ऊंचाई पर काम कर सकता है
सबल-50 में 150 किलोग्राम वजन है. यह 50 किलो तक का पेलोड ले जाने में सक्षम है. ये मेडिकल किट, गोला-बारूद और छोटे हथियार ले जा सकता है. सबल-50 ड्रोन सियाचिन दुर्गम और जैसे कठिन इलाकों में 17,000 फीट की ऊंचाई पर काम कर सकता है.
LAC पर तैनात करने के लिए सही
ऑपरेशन सिंदूर में सफलता पाने के बाद सबल-50 का विकास भारत के लिए जरूरी हो गया. आधुनिक युद्ध के दौर में ड्रोन अहम भूमिका निभा रहे हैं. यह ड्रोन अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम जैसे पूर्वी इलाकों में वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी LAC पर तैनात करने के लिए सही है.
इसमें लगे हुए 90% पार्ट्स स्वदेशी
सबल-50 IIT कानपुर और 2018 में बने स्टार्टअप एंड्योरएयर सिस्टम्स की साझेदारी से बना है. इसमें लगे हुए 90% पार्ट्स स्वदेशी हैं. इस प्रोजेक्ट को लीड कर रहे प्रोफेसर अभिषेक का कहना है की सबल-50 कठिन परिस्थितियों में स्थिरता के साथ परफॉर्म करता है.