India Missile power: भारत अपनी सबसे ताकतवर बैलिस्टिक मिसाइल और भी घातक बनाने जा रही है, इसके लिए मिसाइल में लगने वाले वॉरहेड में विस्फोटक की मात्रा में इजाफा किया जाएगा. जो B-2 बॉम्बर में इस्तेमाल होने वाले GPU-57 बम से भी घातक होगा. बता दें, अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल का एक नया, विस्फोटक ले जाने वाला वैरिएंट तैयार किया जा रहा है. यह नई मिसाइल 7.5 टन यानी 7500 किलोग्राम के विशाल विस्फोटक वॉरहेड के साथ दुश्मन के पाताल में भी बने ठिकानों को एक झटके में नेस्तनाबूद कर देगी.
अग्नि-5 मिसाइल बनेगी प्रचंड मिसाइल
भारत अपनी अग्नि-5 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) को अपग्रेड करने जा रहा है. अब इसमें भारी भरकम 7.5 टन वजनी वॉरहेड लगाए जाएंगे, जिसे सटीक हमला करने की क्षमता बढ़ेगी. बता दें, अग्नि-5 को DRDO ने विकसित किया है. यह एक तीन-स्टेज वाली, ठोस-ईंधन मिसाइल है, जो अपनी एडवांस नेविगेशन और सटीकता के लिए जानी जाती है.
इसके लिए अग्नि-5 की वर्तमान रेंज 5,000 किलोमीटर से घटाकर 2,000-2,500 किलोमीटर तक सीमित की जाएगी. इसके पीछे का असली मकसद दूरी की बजाय पेलोड क्षमता बढ़ाना है, ताकि दुश्मन के ठिकानों पर सटीक और घातक हमला किया जा सके.
दो खास तरह के लगेंगे वॉरहेड
अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल को दो अलग-अलग वॉरहेड कॉन्फिगरेशन से लैस किया जाएगा.
1. एयरबर्स्ट वॉरहेड- इस वॉरहेड का उद्देश्य एक बड़े सतह क्षेत्र में दुश्मन के जमीनी ठिकानों को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाना है. यह वॉरहेड लक्ष्य के ठीक ऊपर फट जाएगा, जिससे एक शक्तिशाली शॉकवेव निकलेगी. यह बुनियादी ढांचे, सैन्य ठिकानों और अन्य सतह लक्ष्यों को नष्ट कर देगा.
2. बंकर बस्टर वॉरहेड- यह वॉरहेड इतना घातक होगा कि B-2 बॉम्बर में इस्तेमाल होने वाले GPU-57 बंकर बस्टर बम से भी घातक होगा. बता दें, GPU- 57 बम 60 मीटर की गहराई तक बने बंकरों को नेस्तनाबूद कर सकता है, वहीं, अग्नि-5 का बंकर बस्टर वॉरहेड 80-100 मीटर गहराई में बने, मजबूत से मजबूत भूमिगत संरचनाओं, बंकरों और कमांड सेंटरों जैसे ठिकानों को एक झटके में तबाह कर सकता है. पाकिस्तान के किराना हिल्स जैसे परमाणु फैसिलिटीज के लिए यह बड़ा खतरा है.
ये भी पढ़ें- एक लीटर तेल में कितनी चलती है भारत की रेलगाड़ी? माइलेज जानकर फटी रह जाएंगी आंखें
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.