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रेगिस्तान से लेकर सियाचिन की बर्फीली चोटियों तक, ये तोपखाना उजाड़ देगा दुश्मन के सपने, इंडियन आर्मी कर रही टेस्टिंग

Indian Army News: भारतीय सेना स्वदेशी एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) का परीक्षण करेगी. 155 मिमी/52 कैलिबर की यह तोप, जिसकी मारक क्षमता 48 किलोमीटर तक है, मात्र 85 सेकंड में तैनात की जा सकती है. जानिए कैसे यह भारत की रक्षा के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव साबित हो सकती है.

रेगिस्तान से लेकर सियाचिन की बर्फीली चोटियों तक, ये तोपखाना उजाड़ देगा दुश्मन के सपने, इंडियन आर्मी कर रही टेस्टिंग

Indian Army Artillery Gun System: भारतीय सेना एक स्वदेशी हॉवित्जर का परीक्षण करने के लिए तैयार है. इसे एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) कहा जाता है. 155 मिमी/52 कैलिबर की यह ट्रक पर रखी जाने वाली मोबाइल आर्टिलरी गन राजस्थान के रेगिस्तान से लेकर सियाचिन की बर्फीली चोटियों तक, सभी इलाकों में तैनात की जा सकती है.

मार्च में रक्षा मंत्रालय ने ATAGS और उच्च-गतिशीलता वाले 6x6 गन टोइंग वाहनों की खरीद के लिए भारत फोर्ज लिमिटेड और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) के साथ 6,900 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे. यह आर्टिलरी गन भारत की रक्षा के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव साबित होगी.

ATAGS की विशेषताएं
एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) की मारक क्षमता 45 किलोमीटर से अधिक है. इसमें उच्च सटीकता, संचालन में निरंतरता, उत्कृष्ट फायरिंग और सभी मौसमों में काम करने की क्षमता है.

इस लंबी दूरी की होवित्जर को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) की पुणे स्थित प्रयोगशाला, आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (ARDE) द्वारा भारत फोर्ज और TASL के सहयोग से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है.

गन सिस्टम के ऊपरी कैरिज में गन बैरल, ब्रीच और मजल ब्रेक, रिकॉइल सिस्टम, क्रैडल, सैडल, एलिवेटिंग और ट्रैवर्सिंग मैकेनिज्म, लेयर स्टेशन, लोडर स्टेशन और गोला-बारूद हैंडलिंग सिस्टम शामिल हैं. अंडरकैरिज में स्ट्रक्चरल, ऑटोमोटिव और सहायक सिस्टम शामिल हैं.

DRDO ने अपने बुलेटिन में कहा, 'यह सिस्टम पूरी तरह से इलेक्ट्रिक ड्राइव से लैस है ताकि रखरखाव-मुक्त और विश्वसनीय फील्ड ऑपरेशन सुनिश्चित हो सके.' यह ऑटोमैटिक गन लेइंग, शेल और चार्ज लोडिंग, रैमिंग और गन डिप्लॉयमेंट से लैस है.

 

85 सेकंड में हो जाए तैनात
85 सेकंड में तैनात किया जा सकने वाला ATAGS, भारतीय सेना के मौजूदा गोले दागने के साथ-साथ आर्टिलरी कॉम्बैट कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम (ACCCS) के साथ भी सहजता से एकीकृत है.

ATAGS  केवल 2.5 मिनट में एक लक्ष्य पर 10 उच्च-विस्फोटक गोले दाग सकता है, या बर्स्ट फायर मोड में 60 सेकंड में पांच राउंड दाग सकता है. गोला-बारूद के प्रकार के आधार पर इसकी मारक क्षमता 48 किमी तक है.

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