भारतीय सेना को जल्द ही एक आधुनिक और बेहद कारगर हथियार मिलने वाला है. देश की रक्षा जरूरतों को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, भारत फोर्ज की सहायक कंपनी कल्याणी स्ट्रेटेजिक सिस्टम्स (KSS) ने सेना के लिए क्लोज क्वार्टर बैटल (CQB) कार्बाइन की खरीद के टेंडर में L1 का दर्जा हासिल कर लिया है. इन कार्बाइनों को खुद DRDO ने डिजाइन किया है. इसकी सबसे खास बात यह है कि यह नई कार्बाइन अपनी कॉम्पैक्टनेस और मारक क्षमता के साथ कुछ मायनों में AK-47 जैसे लोकप्रिय हथियारों से भी बेहतर साबित हो सकती है.
सेना को मिलेगी नई ताकत 5.56x45 mm कार्बाइन
भारतीय सेना को एक कॉम्पैक्ट और आधुनिक क्लोज-कॉम्बैट हथियार की लंबे समय से जरूरत थी, और यह नई कार्बाइन इस जरूरत को पूरा करेगी. DRDO द्वारा डिजाइन और विकसित की गई 5.56x45 मिमी CQB कार्बाइन को भारतीय सेना के RFP (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) में L1 के रूप में चुना गया है. यह कार्बाइन सेना के पुराने 9 मिमी कार्बाइनों की जगह लेगी, जिससे सैनिकों की युद्धक क्षमता में सुधार होगा, खासकर शहरी या घनी जगहों पर होने वाली लड़ाई में बढ़त हासिल होगी.
AK-47 से कितनी बेहतर?
AK-47 दुनिया की सबसे लोकप्रिय राइफलों में से एक है और भारतीय सेना भी इसका इस्तेमाल करती है. AK-47 की प्रभावी मारक सीमा लगभग 300-400 मीटर होती है, जो DRDO द्वारा डिजाइन की गई नई कार्बाइन के समान है. हालांकि, दोनों हथियारों में कुछ जरूरी अंतर भी हैं.
कैलिबर- AK-47 7.62x39 मिमी राउंड का इस्तेमाल करती है, जबकि नई कार्बाइन 5.56x45 मिमी राउंड का इस्तेमाल करेगी. 5.56 मिमी राउंड आमतौर पर हल्का होता है, जिससे सैनिक ज्यादा गोला-बारूद ले जा सकते हैं और रिकॉइल यानी गोली चलाते समय लगने वाला झटका भी कम होता है, जिससे निशाना साधना आसान होता है.
कॉम्पैक्टनेस- नई CQB कार्बाइन को क्लोज क्वार्टर बैटल के लिए डिजाइन किया गया है, इसलिए यह AK-47 से छोटी और हल्की होने की संभावना है, जिससे तंग जगहों पर इसे इस्तेमाल करना आसान होगा.
आधुनिक फीचर्स- नई कार्बाइन में मॉड्यूलर डिजाइन और आधुनिक अटैचमेंट लगाने की सुविधा हो सकती है, जैसे कि रेड डॉट साइट्स, लेजर पॉइंटर्स और बेहतर ग्रिप, जो AK-47 के पुराने मॉडलों में आमतौर पर नहीं मिलते.
हालांकि, AK-47 अपनी मजबूती और विश्वसनीयता के लिए जानी जाती है, DRDO की यह नई कार्बाइन आधुनिक युद्ध की जरूरतों के हिसाब से डिजाइन की गई है और यह भारतीय सैनिकों को बेहतर बढ़त और कंट्रोल प्रदान करेगी, खासकर क्लोज-कॉम्बैट स्थितियों में नई ताकत देगी.
ये भी पढ़ें- ड्रैगन ने J-35 को लेकर पाकिस्तान को दिखाया ठेंगा, पहले इस देश को सौंपेगा लड़ाकू विमान
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.