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भारत के इस हथियार की पूरे यूरोप में डिमांड, दुश्मनों के छक्के छुड़ा देता है ये देसी वेपन!

भारतीय हथियारों की मांग पूरी दुनिया में काफी बढ़ती जा रही है. यहां तक कि यूरोपीय देश भी स्वदेशी हथियारों के दीवाने होते जा रहे हैं. भारत फोर्ज कंपनी के चेयरमैन ने बताया कि अब तक यूरोप सहित कई देश 100 तोप खरीद चुके हैं.

भारत के इस हथियार की पूरे यूरोप में डिमांड, दुश्मनों के छक्के छुड़ा देता है ये देसी वेपन!
  • यूरोप को पसंद आ रहे भारतीय हथियार
  • कई अन्य देशों में भी पहुंचाए गए हथियार

नई दिल्ली: भारत ने अपने हथियारों का निर्माण खुद शुरू कर दिया है. ऐसे में पूरी दुनिया भारतीय हथियारों की दीवानी होने लगी है, यहां तक कि यूरोपीय देश भी अब भारत का लोहा मानने पर मजबूर हो गए हैं. इसी का नतीजा है कि भारतीय कंपनियों को दुनियाभर से बंदूकों सहित तोपों और विनाशक हथियारों के ऑर्डर मिलने लगे हैं.

कई देशों ने खरीदी 100 स्वदेशी तोप
अब स्वदेशी कंपनी भारत फोर्ज ने बताया है कि यूरोप के साथ-साथ कई देशों ने 18 एडवांस्ड टोल आर्टिलरी गन (ATAGs) सहित 100 तोपों की खरीदारी की है. कंपनी के चेयरमैन बाबा कल्याणी ने इस बिक्री की पुष्टि कर दी है, साथ ही उन्होंने बताया कि भारत फोर्ज का लक्ष्य है कि वह दुनिया की सबसे बड़े तोप निर्माता बने.

पूरी दुनिया दिखा रही भारतीय हथियारों में दिलचस्पी
बाबा कल्याणी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'पिछले साल ही हम एक यूरोपीय देश को 100 तोपों की आपूर्ति कर चुके हैं. इनमें से 18 ATAGs भी शामिल थे. उन्होंने आगे बताया कि दुनियाभर के देश भारत में बनी तोपों में दिलचस्पी दिखाने लगे हैं. भारत अब न सिर्फ खुद भी तोपों का निर्माण करने में सक्षम हो चुका है, बल्कि भारत अपनी स्वदेशी तोपें यूरोपीय देशों में भी बेचने में सफलता हासिल कर चुका है.

भारत फोर्ज के चेयरमैन ने आगे बताया, 'फिलहाल कंपनी ऐसे फाइटर टैकों का निर्माण कर रही है, जो चलते-फिरते भी फायर करने में सक्षम हैं. हमारे लिए वैश्विक बाजार खुलने लगा है. आने वाले वक्त में हम अमेरिकी सेना, ब्रिटिश सेना, फ्रांसीसी सेना और दुनिया के अलग-अलग रक्षा बलों को भी हथियारों की सप्लाई करने पर बात कर रहे हैं.'

प्रोडक्शन पर पड़ रहा असर
बाबा कल्याणी ने इस बात को स्वीकार किया है कि एडवांस टेकनोलॉजी होने के बाद प्रोडक्शन करना मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध ने सप्लाई चेन पर गहरा असर डाला है. हालांकि, इसी वजह से ज्यादातर ऐसे देश सामने आए हैं जिनके पास हथियारों की भारी कमी है और ऐसे में हथियारों की मांग काफी बढ़ गई है.

भारतीय सेना के लिए किया तैयार
गौरतलब है कि ATAGs तोपों का डिजाइन DRDO ने तैयार किया है, जबकि इसके प्रोडक्शन का काम भारत फोर्ज और टाटा एडवांस्ड सिस्टम कंपनियां मिलकर देखती हैं. समझौते के तहत भारत फोर्ज इसके 60% तोपों का निर्माण करता है और टाटा सिस्टम के पास 40% की जिम्मेदार है. बताया जाता है कि ATAGs तोपों की कुल लागत 14 करोड़ रुपये है. यह 48 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है. वहीं, रैमजेट प्रोपेल्ड गोले के साथ यह 78 किलोमीटर तक अपने टारगेट को ध्वस्त कर सकती है. इस तोप को भारतीय सेना की लंबी दूरी वाली मारक क्षमता बढ़ाने के लिए तैयार किया है.

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