trendingNow1zeeHindustan2823372
Hindi news >> Zee Hindustan>> राष्ट्र
Advertisement

इंडियन नेवी को मिला INS तमाल, इसका राजा इंद्र और जाम्बवन्त से क्या लेना देना? कराची पर नजर

Indian Navy Gets INS Tamal: युद्धपोत की तैनाती अरब सागर और पाकिस्तान के कराची बंदरगाह तक मजबूत निगरानी रखेगी. कराची पाकिस्तान का सबसे बड़ा और व्यस्ततम व्यवसायिक बंदरगाह है. 1971 की जंग में भारतीय नौसेना ने कराची पोर्ट को भारी नुकसान पहुंचाया था, जहां INS तमाल की रेंज अब सीधा कराची पोर्ट तक भी रहेगी. 

इंडियन नेवी को मिला INS तमाल, इसका राजा इंद्र और जाम्बवन्त से क्या लेना देना? कराची पर नजर

INS Tamal Range Power: भारतीय नौसेना के रूस निर्मित निर्देशित मिसाइल फ्रिगेट INS तमाल (INS Tamal) को रूस के तटीय शहर कैलिनिनग्राद में सेना में शामिल किया गया. इसमें अनेक बंदूकें, निगरानी प्रणालियां और ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल शामिल हैं. INS तमाल के इंडियन नेवी में शामिल होते ही समुद्री सुरक्षा पहले से ज्यादा मजबूत हो जाएगी.

युद्धपोत की तैनाती अरब सागर और पाकिस्तान के कराची बंदरगाह तक मजबूत निगरानी रखेगी. कराची पाकिस्तान का सबसे बड़ा और व्यस्ततम व्यवसायिक बंदरगाह है. 1971 की जंग में भारतीय नौसेना ने कराची पोर्ट को भारी नुकसान पहुंचाया था, जहां INS तमाल की रेंज अब सीधा कराची पोर्ट तक भी रहेगी. हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान में कराची पोर्ट पर नेवी के हमले की रिपोर्ट्स थीं, हालांकि, उनकी पुष्टि नहीं हो सकी.

INS Tamal की पावर
125 मीटर लंबा, 3900 टन वजनी यह युद्धपोत बेहद घातक है. इसमें भारतीय और रूसी अत्याधुनिक तकनीकों और युद्धपोत निर्माण में सर्वोत्तम प्रैक्टिस का प्रभावशाली मिश्रण है. भारतीय नौसेना ने कहा, 'आईएनएस तमाल समुद्र में एक मजबूत चलता-फिरता किला है और इसे सभी चार आयामों यानी हवा, सतह, पानी के नीचे और विद्युत चुम्बकीय में नौसैनिक युद्ध के स्पेक्ट्रम में नीले पानी के संचालन के लिए डिजाइन किया गया है.'

INS तमाल पिछले दो दशकों में रूस से शामिल होने वाला आठवां क्रिवाक श्रेणी का फ्रिगेट है. बताया गया कि INS तमाल तलवार, तेग और तुषिल श्रेणी के जहाजों की सूची में शामिल हो गया है, जो अपनी विश्वसनीयता और पराक्रम के लिए प्रसिद्ध हैं. आईएनएस तमाल तुषिल श्रेणी का दूसरा जहाज है, जो अपने पूर्ववर्ती तलवार और तेग श्रेणी का एडवांस वर्जन है.

अधिकारियों ने बताया कि जहाज की लड़ाकू क्षमता को नेटवर्क केंद्रित युद्ध क्षमताओं और एडवांस इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली द्वारा बढ़ाया गया है.

साथ ही बता दें कि यह युद्धपोत अंतिम ऐसा प्लेटफॉर्म है जिसे विदेशी स्रोत से शामिल किया गया है. यानी अब जो भी विकास होगा और वॉरशिप नेवी में शामिल होंगी, वो भारत में ही बनाई जाएंगी.

तुषिल श्रेणी के लिए अनुबंध के हिस्से के रूप में भारत, रूसी पक्ष से प्रौद्योगिकी ट्रांसफर और डिजाइन सहायता के साथ गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में INS त्रिपुट श्रेणी नामक दो समान फ्रिगेट का निर्माण चल रहा है.

इस जहाज के शस्त्रागार में अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में महत्वपूर्ण अपग्रेड किया गया है, जैसे सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, उन्नत 100 एमएम तोप, भारी वजन वाले टारपीडो, तत्काल हमला करने वाले पनडुब्बी रोधी रॉकेट तथा अनेक निगरानी और अग्नि नियंत्रण रडार और प्रणालियां.

INS तमाल को चलाने के लिए 250 से अधिक कर्मियों वाले चालक दल ने सेंट पीटर्सबर्ग और कैलिनिनग्राद की अत्यंत चुनौतीपूर्ण शीतकालीन परिस्थितियों में कठोर ट्रेनिंग ली.

INS तमाल का राजा इंद्र और जाम्बवन्त से क्या लेना देना?
जहाज का नाम, तमाल, देवताओं के राजा इंद्र द्वारा युद्ध के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पौराणिक तलवार का प्रतीक है. इंद्र की तलवार से प्रेरणा लेते हुए इसे तमाल नाम दिया गया.

दूसरी ओर जहाज का शुभंकर (Ship Mascot) भारतीय पौराणिक कथाओं के राजा 'जाम्बवन्त' और रूसी राष्ट्रीय पशु, यूरेशियन भूरे भालू की समानता से प्रेरित है. तमाल का डिजाइन इसे बेहतर स्टेल्थ सुविधाएं और अधिक स्थिरता विशेषताए प्रदान करता है.

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

Read More