INS Tamal and INS Udaygiri: इंडियन नेवी के पावर में एकदम से इजाफा हुआ है. एक तरफ तो उसे रूस का INS तमाल मिला है, जबकि दूसरी तरफ स्वदेशी स्टील्थ फ्रिगेट INS उदयगिरि भी मिला है. INS तमाल भले बाहर से आयातित आखिरी युद्धपोत हो, लेकिन ये बेहद ताकतवर वॉरशिप साबित होने वाला है. INS तमाल 3900 टन का है, जबकि INS उदयगिरि 6670 टन का है.
INS तमाल
1 जुलाई 2025 को रूस में यंतर शिपयार्ड पर वरिष्ठ भारतीय और रूसी नौसेना अधिकारियों की मौजूदगी में INS तमाल को कमीशन किया गया. यह 125 मीटर लंबा फ्रिगेट क्रिवाक कैटेगरी का 8वां और तुशिल कैटेगरी का दूसरा उन्नत जहाज है. इसमें ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें, आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम, 100 मिमी की तोप, क्लोज-इन वेपन सिस्टम, एंटी सबमरीन रॉकेट और भारी टॉरपीडो शामिल हैं. इसमें लगभग 250 नाविकों और 26 अधिकारियों के चालक दल रह सकेगा. यह जहाज जल्द ही कर्नाटक के कारवार में बंदरगाह की ओर रवाना होगा.
INS उदयगिरि
INS उदयगिरि में दमदार स्टील्थ तकनीक, अगली पीढ़ी के हथियार और सेंसर हैं. ये मात्र 37 महीनों में बना है. यह जहाज आधुनिक सेंसर और हथियारों से लैस है. इसमें सतह से सतह पर मारने वाली सुपरसोनिक मिसाइलें, मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाला मिसाइल सिस्टम और उन्नत क्लोज-इन वेपन सिस्टम शामिल हैं. 75% स्वदेशी पार्ट्स के साथ यह जहाज की स्वदेशी ताकत है.
चीन की ताकत को चुनौती
बता दें कि चीन और भारत के बीच नेवी के वेपन्स को लेकर एक तरह की प्रतिस्पर्धा चल रही है. हालांकि, भारत को समुद्री भूगोल के कारण Edge है. लेकिन चीन के पास आधुनिक युद्धपोत, सबमरीन और ताकतवर समुद्री विमान हैं. चीन का ये भी दावा रहा है कि उसके पास दुनिया की सबसे पावरफुल नेवी है, जिसमें 370 से ज्यादा जहाज और सबमरीन हैं. लेकिन हिन्द महासागर जैसे क्षेत्र में भारत की मजबूत को बढ़ाने के लिए ये वॉरशिप बेहद अहम साबित हो सकते हैं. ये इंडियन नेवी के लिए गेम चेंजर भी हो सकते हैं.