Nuclear Submarine For Indian Navy: भारत अपनी समुद्री ताकत को बढ़ाने के लिए बड़ा कदम उठा सकता है. इंडियन नेवी को रूस से 'अंडरवॉटर किंग' कहे जाने वाली परमाणु अटैक सबमरीन मिल सकती है. ये परमाणु पनडुब्बी भारत को मिली तो पाकिस्तान को टेंशन होना तय है. ये पनडुब्बियों और युद्धपोतों को टारगेट करने की क्षमता रखती है. विश्लेषकों का मानना है कि ऐसा होने से भारत की सामरिक शक्ति कई गुना बढ़ने वाली है.
परमाणु हमला करने वाली पनडुब्बी
भारत में फिलहाल 18 पारंपरिक पनडुब्बियां हैं. स्पुतनिक न्यूज की मानें तो भारत के पास एक भी परमाणु पनडुब्बी या परमाणु हमला करने वाली पनडुब्बी नहीं है. जो पारंपरिक पनडुब्बियां हैं, उनमें से भी अगले दशक तक दो-तिहाई सेवा के बाहर हो जाएंगे. अब रूस की पनडुब्बी मिल जाएगी तो भारत की परमाणु पावर भी बढ़ेगी.
2028 तक मिल सकती है
ऐसा कहा जा रहा है कि साल 2028 तक भारत को रूस से एसएसएन अकुला-क्लास की सबमरीन मिलेंगी, जो परमाणु उर्जा से लैस होने वाली हैं. भारत ने इसको INS चक्र III नाम दिया है. यह 3 अरब डॉलर का सौदा है, जिसके तहत 10 साल के पट्टे पर लिया गया है.
1500 किमी रेंज की मिसाइल
गौरतलब है कि पहले इस एसएसएन को 500 किमी रेंज वाली मिसाइलों से इंटीग्रेट होना था. मगर अब रूस INS चक्र III/अकुला-क्लास एसएसएन को 1500 किमी रेंज वाली कैलिबर मिसाइलों से लैस करने का फैसला किया है.
चीन और पाक को टेंशन
जैसे ही भारत को ये परमाणु पनडुब्बी मिल जाएगी, वैसे ही चीन का दबदबा हिंद और प्रशांत महासागर में खतरे में पड़ जाएगा. चीन की जासूसी पनडुब्बियां अक्सर महासागर में घूमती रहती हैं. लेकिन रूस से मिलने वाली सबमरीन के दम पर भारत चीन की जासूसी पनडुब्बियों को चुनौती दे सकता है. इसके अलावा, पाकिस्तान भी भारत से पंगा लेने से पहले कई दफा सोचेगा.