INS Tamal of Indian Navy: इंडियन नेवी की ताकत दुनिया के किसी देश से छिपी हुई नहीं है. भारत-पाक के हालिया संघर्ष में मिलिट्री ने भले नेवी को आगे नहीं किया, लेकिन पाक के मन में लगातार ये डर बैठा हुआ था कि इंडियन नेवी ने कराची पोर्ट तबाह किया तो क्या होगा? बहरहाल, अब भारत अपनी नेवी को एक और नगीना सौंपने जा रहा है, जिसकी ताकत के आगे पाकिस्तान के हौसले पस्त हो जाएंगे. भारत को ये ताकत 7 समंदर पार रूस से मिलने वाली है.
रूस जाएंगे भारत के बड़े अफसर
दरअसल, 1 जुलाई 2025 को रूस में बना 'INS तमाल' इंडियन नेवी में शामिल होने वाला है. इस वॉरशिप का परीक्षण हो चुका है. अब मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि 1 जुलाई, 2025 को रूस में ही इस वॉरशिप का इंडियन नेवी में कमिशन होगा. इसके कमिशन प्रोग्राम में भारत से नेवी के कुछ बड़े अफसर रूस जानेगे. कमीशन होने के बाद INS तमाल को भारत लाया जाएगा.
तमाल में क्या-क्या खूबियां हैं?
INS तमाल की रफ्तार 30 नॉटिकल मील है. इसका कुल वजन 3900 टन के आसपास है. इस ताकतवर वॉरशिप पर सैन्य हेलीकॉप्टर भी तैनात किए जा सकते हैं. दुश्मन की सामरिक ताकत से निपटने के लिए इसके पास एंटी सबमरीन रॉकेट्स और टॉरपीडो हैं. विरोधी सबमरीन को नेस्तनाबूद करने की ताकत रखता है. इसे विशेषतौर पर एंटी सबमरीन वॉरफेयर के लिए ही डिजाइन किया गया है. ये एंटी शिप ब्रह्मोस मिसाइल भी दागने में सक्षम है.
भारत के पास अब होंगे 14 फ्रिगेट
गौरतलब है कि फिलहाल भारतीय नौसेना के पास 13 फ्रिगेट हैं, जब INS तमाल भी इंडियन आर्मी में शामिल हो जाएगा तब इनकी कुल संख्या 14 हो जाएगी. बता दें कि फ्रीगेट डिस्ट्रॉयर के मुकाबले करीब डेढ़ गुना छोटा होता है. इंडियन नेवी कह चुकी है कि ‘तमाल’ नेवी का आखिरी बाहर से मंगवाया गया हुआ आखिरी वॉरशिप है. भविष्य में नेवी बाहर से वॉरशिप नहीं मंगवाएगी.