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Kisan Andolan: बॉर्डर पर JCB और क्रेन क्यों ले आए किसान, जानें अब क्या करेंगे?

 Kisan Andolan Update: दिल्ली बॉर्डर पर किसान जेसीबी और क्रेन लेकर पहुंच गए हैं. 21 फरवरी को सुबह किसान इनसे बैरिकेडिंग हटाने का प्रयास करेंगे. 

Kisan Andolan: बॉर्डर पर JCB और क्रेन क्यों ले आए किसान, जानें अब क्या करेंगे?
  • 21 फरवरी को करेंगे इनका इस्तेमाल
  • बढ़ाई जा सकती है पुलिस फोर्स

नई दिल्ली: Kisan Andolan Update: दिल्ली बॉर्डर पर किसान बड़ी संख्या में विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. किसान संगठनों के नेताओं ने आंदोलन को तेज करने की बात कही है. शंभू बॉर्डर पर इसकी झलक भी देखने को मिली है. यहां पर किसान JCB और पोकलेन मशीनें लेकर पहुंच गए हैं. 

क्यों लाए हैं मशीनें?
दरअसल, किसान बैरिकेडिंग को तोड़ने के लिए ये मशीनें लेकर आए हैं. पुलिस किसानों को रोकने का लगातार प्रयास कर रही है. लेकिन किसान भी आर-पार के मूड में हैं. मशीनों के चालकों को आंसू गैस के गोलों और रबर बुलेट से बचाने के लिए उनके आसपास लोहे की शीट्स लगाई गई हैं. इससे उनका केबिन फुलप्रूफ बना दिया गया है. 

21 फरवरी को करेंगे इनका इस्तेमाल
मीडिया रिपोर्जाट के मुताबिक, किसानों ने ऐसी 7 से 8 मशीनें तैयार की हैं, जिन्हें दिल्ली के पंजाब और हरियाणा बॉर्डर पर लगाया जा रहा है. शंभू, खन्नौरी और डबवाली बॉर्डर पर इन मशीनों को लगाया जाएगा. ऐसा बताया जा रहा है कि 21 फरवरी को सुबह करीब 11 किसान इन मशीनों का इस्तेमाल कर बैरिकेडिंग को तोड़कर रास्ता बनाने की रणनीति पर काम करेंगे. 
रेंगे.

सरकार और किसानों में नहीं बनी बात
गौरतलब है कि किसानों और सरकार के बीच बातचीत हुई. लेकिन यह बेनतीजा रही. सरकार ने पांच साल तक दाल, मक्का और कपास की खरीद MSP पर करने का प्रस्ताव रखा था. लेकिन किसानों ने इसको ठुकरा दिया. अब वो अपनी मांगों पर अडिग हैं. किसानों की मांग है कि सरकार सभी 23 फसलों पर MSP का कानून बनाए ताकि किसान को MSP की गारंटी मिल सके. 

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